सौ से डेढ़ सौ किमी दूर लगा दी महिलाओं की ड्यूटी, कैसे पहुंचेंगी मतदान केंद्र
सहायक के रूप में कोरोना के चलते प्रत्येक केंद्र पर लगाई गए हैं, छह अतिरिक्त कर्मचारी
शिवपुरी। पोहरी व करैरा उपचुनाव के लिए 3 नवम्बर को होने जा रहे मतदान के लिये महिलाओं की ड्यूटी सौ से डेढ़ सौ किमी दूर लगा दी गई है। मतदान केंद्रों पर पीठासीन सहित चार सदस्सीय दल की तैनाती की जाती रही है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते छह अतिरिक्त कर्मचारियों को भी स्केनिंग, सेनेटाइजिंग, टोकन वितरण के लिहाज से तैनात किया गया है। लेकिन स्थानीय स्तर की इस ड्यूटी में गंभीर लापरवाही सामने आई है, जहां तमाम महिला शिक्षिकाओं, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित पुरूष शिक्षकों को उनके पदस्थी वाले स्थान से सौ से डेढ़ सौ किमी तक दूर के मतदान केंद्रों पर तैनात कर दिया गया हैं। महिला कर्मचारी परेशान हैं कि वह कैसे साधनों के अभाव में वहां तक पहुंचेंगी, साथ ही दिशा निर्देश भी स्पष्ट नहीं है जिससे फिलहाल गड़बड़ी की स्थिती बनी हुई है।
इसलिए लगाए हैं, अतिरिक्त कर्मचारी
निर्धारित मतदानकर्मियों के अलावा प्रत्येक मतदान केंद्र पर सहायक सचिव या सचिव को 1 से 3 नवम्बर तक मतदान केंद्र को सेनेटाइज करने के लिए तैनात किया गया है तो वहीं आशा कार्यकर्ता को मतदान वाले दिन थर्मल स्कैनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा एक एक शिक्षिका व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लाइन में लगे महिला व पुरूष मतदाताओं को टोकन वितरण का काम करेंगी। एक एक पुरूष या महिला शिक्षक को मतदान केंद्र के बाहर टोकन प्राप्त करने उन्हें फाड़ कर डस्टबिन में डालने, हाथ सेनेटाइज करने और मास्क प्रदाय करने का काम दिया गया है, जबकि आंगनबाड़ी सहायिका को मतदाताओं के साथ आने वाले बच्चों को झूलाघर में रखने का कार्य सौंपा गया है।
स्थानीय कर्मचारी लगाने थे
ड्यूटी को लेकर महिला व पुरूष कर्मचारियों की नाराजगी के पीछे कारण यह है कि उन्हें, उनके स्कूल वाले मतदान केंद्र या उसके आस पास के केंद्र पर तैनात किया जाता तो कोई असुविधा नहीं थी लेकिन सूची पर गौर करें तो शिवपुरी के फिजीकल कॉलोनी में पदस्थ नीतू सिंह की ड्यूटी शिवपुरी से करीब 60 किमी दूर पोहरी के डांगबर्बे केंद्र पर लगाई गई है, इसी तरह पुलिस लाइन स्कूल में पदस्थ अमृता जैन की ड्यूटी नानौरा लगाई है, जबकि पतारा में पदस्थ मंजू सोनी को उनके स्कूल पर मतदान केंद्र होने के बाबजूद 70 किमी दूर आंकुर्सी तो खौरघार से दीपा पाठक को उमरई भेजा गया है। इसी तरह नरवर के सिकंदरपुर स्कूल में पदस्थ रजनी मौर्य को वहां से 70 किमी दूर अमरखोआ केंद्र पर तो इच्छा कतरौलिया को नरवर से 100 किमी दूर पोहरी के गूगरीपुरा केंद्र पर भेजा गया है। इसके अलावा सूची में कई शिक्षिकाओं के नाम एक से अधिक केंद्रों पर भी नजर आ रहे हैं।
मतदान कैसे करेंगे कर्मचारी
50 से 100 किमी दूर ड्यूटी लगाने से एक और बड़ी समस्या हो रही है। पोहरी व करैरा विधानसभा क्षेत्र के कई पुरूष व महिला शिक्षक शिक्षिकाएं अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे क्योंकि मतदान दल में ड्यूटी न होने से वे डाकमत पत्र भी नहीं डाल पाए और अब अचानक लगाई गई इस ड्यूटी में अपने मतदान केंद्र से कई किमी पर तैनाती के कारण वह अपने केंद्र पर जाकर भी वोट नहीं डाल पाएंगे।
परिवहन भी उलझन में
इन ड्यूटी आदेश में कहीं भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि दूरदराज तैनात ये कर्मचारी मतदान दलों के साथ 2 नवम्बर को रवाना किए जाएंगे या फिर उन्हें 3 नवम्बर को ही केंद्र पर पहुंचना है। यदि ऐसा हुआ तो 3 नवम्बर को साधन प्रशासन उपलब्ध कराएगा और कहां से यह भी साफ नहीं है।
ये बोले अधिकारी
यह बात सही है कि कई कर्मचारियों की ड्यूटी स्थानीय स्तर की बजाय दूर लगा दी गई है। इस संबंध में व्हीसी के दौरान जनपद सीईओ को निर्देश दिए हैं कि ऐसी ड्यूटियों को संसोधित कर स्थानीय स्तर पर ही लगाया जाए। जहां तक कर्मचारियों के मतदान का सवाल है, इस मामले में भी कोशिश करेंगे कि उन्हें मतदान करने के लिए समय दिया जा सके।
एचपी वर्मा
सीईओ जिपं
फोटो-एचपी वर्मा

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