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#धमाका_वायरल_वीडियो: तड़ाक़क...लोग बोले, पिछोर थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय ने मारी थाने में युवक को चप्पल, देखिए video

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शिवपुरी। आज के युग में सबकुछ वायरल है। किसी से कुछ भी छुपा नहीं है और आए दिन कोई न कोई video vairal हो ही जाता है। आज रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ, तड़ाक़क...यानि कि एक व्यक्ति दुसरे व्यक्ति में चप्पल मार रहा है। बिना वर्दी के उक्त व्यक्ति का ये वीडियो देखकर लोग बोले, पिछोर थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय ने मारी थाने में युवक को चप्पल।
                     देखिए video 
दरअसल इस बात की पुष्टि या तो खुद उमेश करते या कोई अधिकारी तो हमारी किसी से बात संभव नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि थाने में आए युवक ने रिपोर्ट लिखवाने के दौरान उमेश से कुछ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर डाला, जिसके प्रसाद स्वरूप उसे चप्पल से पीटा गया। हालांकि धमाका न्यूज शिवपुरी कोई भी बात की पुष्टि नहीं करता।










#धमाका_न्यूज: विधायक प्रीतम लोधी ने मध्य प्रदेश विधानसभा में "गधा" कहा तो हंगामा खड़ा हो गया, कांग्रेस बोली, आपत्तिजनक

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भोपाल। पिछोर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक प्रीतम लोधी ने मध्य प्रदेश विधानसभा में गधा कहा तो हंगामा खड़ा हो गया। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी जी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि उनकी एक से बढ़कर एक जन हितैषी योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है, कांग्रेसी तक उनका लाभ ले रहे हैं। हालांकि विषय को बदलते हुए एक कहानी के संदर्भ में "गधे भी स्वर्ग में जा रहे हैं" जैसी टिप्पणी कर डाली जिस पर खासा हंगामा हुआ। 
उन्होंने अपनी बात रखते हुए एक राजा हरिश्चंद्र की कहानी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा:
"जैसे ही ऊपर जाने लगे स्वर्ग में, तो उसकी माँ बोली राजा हरिश्चंद्र की वाह रे राजा हरिश्चंद्र तेरे राज्य में गधे भी स्वर्ग में जा रहे हैं?"। 
इस बयान के माध्यम से वह कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं की सराहना कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि मोदी जी के राज में सभी को लाभ मिल रहा है, यहां तक कि गधों को भी लेकिन बात की शुरुआत में वे कांग्रेसी बोलकर आगे बढ़े थे तो जाहिर सी बात थी कांग्रेस विधायक शोर करने लगे। उन्होंने कहा ये आपत्तिजनक है। हालांकि कैलाश विजयवर्गीय और अध्यक्ष विस ने कहा कि कांग्रेस का इस बात से कोई संबंध नहीं है, पटल पर नोट भी नहीं है फिर भी दिखवा लेंगे, गुस्सा न हो। तब बातचीत शांत हो गई। 
बता दें कि प्रीतम लोधी पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में रह चुके हैं, जिसमें उन्होंने सड़कों की तुलना अभिनेत्रियों से की थी और अधिकारियों के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए थे। 










#धमाका_खास_खबर: भारत के शहरों में ‘यूनिक ब्रिज-स्लैब सिटी रोड’ मॉडल: फायदे तो कई, लेकिन कौन-सी चुनौतियाँ आएँगी?

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शिवपुरी। देश के तेजी से बढ़ते शहरी क्षेत्रों में यातायात, सीवेज, पेयजल, बिजली और दूरसंचार जैसी शहरी सेवाओं के लिए जगह की कमी एक बड़ी समस्या बन रही है। पानी की लाइन आदि की वज़ह से नयी नवेली सड़कों को भी खोद दिया जाता है, जिससे नगरीय प्रशासन को जनता की आलोचना का सामना करना पड़ता है। 
इसी चुनौती को देखते हुए हमें एक नए समाधान की ओर कदम बढ़ाना चाहिए, जो है —ब्रिज-स्लैब आधारित सिटी रोड, जिसमें सड़क का मुख्य ढांचा एक सतही फ्लाईओवर जैसी स्लैब पर बनाया जाए। इस स्लैब के नीचे पानी की पाइपलाइन, सीवरेज, ऑप्टिकल फाइबर, बिजली लाइनें और अन्य यूटिलिटी सुरक्षित रूप से व्यवस्थित की जा सकेंगी। इससे बार–बार खुदाई की ज़रूरत कम होगी और रखरखाव भी आसान होगा।
दुनिया भर में और भारत में इससे पहले यूटिलिटी डक्ट वाली सड़कों का निर्माण किए जाने के प्रयास किए गए हैं किन्तु हम भारत की बात करें तो नगरीय निकायों के लिए (सारी दुनिया के लिए) आए दिन टूट फूट से जूझ रही सड़कों के स्थान पर ब्रिज-स्लैब आधारित सिटी रोड बिल्कुल नया, टिकाऊ और सस्ता विकल्प है।
हालांकि इस मॉडल के कई फायदे होने के बावजूद, इसे बिना रिटेनिंग वॉल, बिना डीप पाइल फाउंडेशन (गहरी नींव) और बिना भूमि-अधिग्रहण के लागू करना अपने आप में बड़ी चुनौतियाँ लेकर आता है। आइए समझते हैं कि कौन-सी व्यवहारिक और तकनीकी समस्याएँ सामने आ सकती हैं।
पहली समस्या है कि ऐसी सड़क के नीचे मिट्टी की क्षमता और सतही नींव पर भार का दबाव रहेगा यानि कि अगर ब्रिज स्लैब को गहरी पाइलिंग के बिना बनाया जाएगा तो पूरा भार उथली नींव या स्प्रेड फुटिंग पर आएगा। मध्यप्रदेश के कई शहर—जैसे इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, सागर—में अलग-अलग तरह की मिट्टी पाई जाती है, जिनमें ब्लैक कॉटन सोइल (काली मिट्टी) भी शामिल है। यह मिट्टी वर्षा में फूलती और गर्मी में सिकुड़ती है, जो संरचना के नीचे खालीपन और असमान बैठने (Differential Settlement) का जोखिम बढ़ा देती है। इसमें चुनौती यह है कि भार उठाने के लिए आवश्यक मजबूती सुनिश्चित करने हेतु विस्तृत जियोटेक्निकल सर्वे और अतिरिक्त ग्राउंड इम्प्रूवमेंट की आवश्यकता पड़ेगी, जिससे परियोजना की लागत और समय दोनों बढ़ेंगे। दूसरी समस्या बिना रिटेनिंग वॉल सड़क की सुरक्षा और ढलान प्रबंधन की है क्योंकि रिटेनिंग वॉल ना होने पर सड़क के किनारे की मिट्टी बरसात में कटाव का सामना कर सकती है। इससे ब्रिज-स्लैब के किनारे अस्थिरता पैदा हो सकती है। शहरों में जहां जगह सीमित होती है, वहाँ ढलान बनाना भी संभव नहीं रहता। ऐसे में चुनौती के तौर पर बरसाती पानी के तेज बहाव से ढांचे के किनारों को नुकसान पहुँच सकता है, और लंबे समय में बेस स्ट्रक्चर कमजोर होने का खतरा रहता है। ढलान प्रबंधन के वैकल्पिक उपाय महंगे और जटिल हो सकते हैं। 
तीसरी समस्या जल निकासी का बड़ा प्रश्न है। ब्रिज-स्लैब रोड के नीचे यूटिलिटी रखने के बाद मुख्य चिंता यह होती है कि बारिश के दौरान पानी बहकर कहाँ जाएगा। यदि सड़क के साथ–साथ बड़े स्टॉर्म-वाटर ड्रेनेज की व्यवस्था है, तो उसकी सफाई सुनिश्चित रखना चुनौती होगा, क्योंकि कचरा और प्लास्टिक शहरों में भारी मात्रा में जमा होता है।
ऐसे में ड्रेनेज के जाम होने की स्थिति में पानी सीधे सड़क पर भर सकता है। स्लैब संरचना पर लगातार पानी का दबाव क्रैक, लीकेज और यूटिलिटी क्षति का खतरा बढ़ाता है।
गौरतलब है कि स्लैब के नीचे यूटिलिटी रखना फायदे का मॉडल है, परन्तु इसके लिए सुरक्षा, वेंटिलेशन, नियमित निरीक्षण एवं सफाई का अत्यंत सुव्यवस्थित सिस्टम चाहिए। नगर निगमों और स्थानीय निकायों में अक्सर मानव-शक्ति और तकनीकी साधनों की कमी रहती है। यदि रखरखाव समय पर न हो, तो पाइप लीकेज, गैस जमा होना, विद्युत जोखिम और अग्नि खतरे जैसी समस्याएँ पैदा हो सकती हैं।
तमाम चुनौतियों के बावजूद इस तरह की सड़कों का निर्माण नगरों को बार-बार की सड़कों की मरम्मत, नुकसान, धूल आदि से बचा सकता है और दूरगामी नजरिया से देखा जाए तो अर्थ की समस्या से जूझ रहे नगरीय निकायों को लंबे समय के लिए बेहतरीन और सस्ता विकल्प साबित हो सकता है।
--- समाप्त ---  
धन्यवाद,  
सुधीर मिश्रा 
8770544462 शिवपुरी।










#धमाका_न्यूज: गायत्री शक्तिपीठ परिवार ने 35 बटालियन एनसीसी शिवपुरी की अल्फा कंपनी के साथ लगाया स्वास्थ्य जागरूकता शिविर

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* नई युवा पीढ़ी को हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए : डॉक्टर यादव 
शिवपुरी। गायत्री शक्तिपीठ परिवार तथा 35 बटालियन एनसीसी शिवपुरी की अल्फा कंपनी के संयुक्त तत्वाधान में एक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन फिजिकल रोड स्थित गायत्री मंदिर में किया गया! कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉक्टर बी एल यादव तथा  विशिष्ट अतिथि डॉक्टर एल डी गुप्ता पूर्व प्राचार्य शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी रहे !कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉक्टर यादव तथा डॉक्टर गुप्ता ने मिलकर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया! इस अवसर पर डॉक्टर यादव ने अपने उद्बोधन में सभी युवा पीढ़ी को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें वर्तमान में नशे की लत से हमेशा दूर रहना चाहिए तथा अच्छे कार्यों के प्रति अपने जीवन को लगाना चाहिए! इस अवसर पर गायत्री परिवार के संरक्षक डॉक्टर प्रमोद कुमार खरे द्वारा भी सभी एनसीसी कैडेट्स को रक्तदान महादान के बारे में विस्तार से बताया तथा रक्तदान करने से किस प्रकार से प्राणों की रक्षा की जाती है इसकी गहन जानकारी दी !कार्यक्रम को शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी की अल्फा कंपनी के एनसीसी अधिकारी मेजर डॉक्टर गजेंद्र कुमार सक्सेना ने संचालित किया तथा उन्होंने भी एनसीसी कैडेट्स को अधिक से अधिक रक्तदान करने हेतु प्रेरित किया!
 इस स्वास्थ्य शिविर में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी की ncc इकाइयों के लगभग एक सैकड़ा एनसीसी कैडेट का रक्त परीक्षण कर उन्हें रक्त ग्रुप के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई ताकि भविष्य में यदि उन्हें रक्तदाता बनना पड़ा तो वह ग्रुप के अनुसार रक्तदान कर सके!
 कार्यक्रम में गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री विशाल जोशी के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे तथा इस अवसर पर महाविद्यालय की सीसी इकाइयों के लगभग 150 एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।










#धमाका_न्यूज: अखंड ब्राह्मण सेवा समिति भारतवर्ष शिवपुरी की बैठक चिंताहरण मंदिर पर रविवार शाम 4 बजे

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शिवपुरी। अखंड ब्राह्मण सेवा समिति भारतवर्ष शिवपुरी के जिला अध्यक्ष कैप्टन चन्द्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि कल 07 दिसंबर 2025 दिन रविवार शाम 4:00 बजे चिंता हरण मंदिर पर बैठक होगी। अतः सभी पदाधिकारी, सदस्य गणों तथा विप्र बंधुओ से निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर बैठक को सफल बनाएं। कल की मीटिंग में तय किया जाएगा कि आइ ए एस संतोष वर्मा के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करवाने हेतु आगे की रणनीति क्या होगी? सभी समाज के बन्धुओं से अनुरोध है कि बैठक में पधारकर अपने-अपने विचार और सुझाव रखने का कष्ट करें। निवेदन कर्ता - डॉ मोहन व्यास,पंडित श्याम सुंदर महाराज, पंडित द्वारका प्रसाद शर्मा, कैप्टन चन्द्र प्रकाश शर्मा, पंडित हरिवंश त्रिवेदी, पंडित नरहरि प्रसाद अवस्थी, पंडित सुरेंद्र पाठक, पंडित कैलाश नारायण शर्मा, पंडित कैलाश नारायण मुद्गल, पंडित गिरीश मिश्रा, महासचिव पंडित दिनेश चन्द्र शर्मा, एडवोकेट संतोष शुक्ला, मीडिया प्रभारी मुकेश गौड़,पंडित श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी, पंडित श्रीमती वंदना दीक्षित, पंडित अंकिता दीक्षित, पंडित सुनील शुक्ला, पंडित मनोज दीक्षित, पंडित संतोष शुक्ला, पंडित अर्पित दीक्षित, पंडित संजय शर्मा ने अपील की।










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