एक भ्रष्टाचारी सरकार को हमने धूल चटाई हैः ज्योतिरादित्य सिंधिया
मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद ने किया जनसभाओं को संबोधित
भोपाल/ शिवपुरी/बैराड़।
कांग्रेस सरकार में चालू तो सिर्फ भ्रष्टाचार, दलाली और कमलनाथ रहे, बाकी तो उन्होंने सब कुछ बंद कर दिया था। हमारी संबल योजना को बंद कर दिया। बेटियों की कन्यादान की राशि को बंद कर दिया। बुजुर्गों की तीर्थदर्शन योजना को बंद कर दिया। किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज पर ऋण देना बंद कर दिया। भांजे-भांजियों को लैपटॉप देना बंद कर दिया। ये कमलनाथ नहीं कपटनाथ हैं, जो प्रदेश की जनता के साथ छल-कपट करते रहे। अब वे हमें नालायक, नंगा-भूखा और भी न जाने क्या-क्या कह रहे हैं। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। वे शनिवार को मुंगावली में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी सभाओं को संबोधित किया। दोनों नेताओं ने पोहरी विधानसभा के बैराड, शाडोरा, बमौरी विधानसभा के मारकी मऊ में भी सभाओं को संबोधित किया।
दलाली और भ्रष्टाचार की जड़ें जमाईं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ प्रदेश में 15 माह तक मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने वल्लभ भवन को दलालों की मंडी बना दिया था। उनके शासनकाल में भ्रष्टाचार की जड़ें जम गईं थी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पास उनके मंत्री-विधायकों के लिए तो समय नहीं रहता था, लेकिन उनके पास दलालों की फौज जमी रहती थी। उन्होंने अधिकारियों के पदों की बोली लगाई और उनसे पैसा कमाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ के पास विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं था। मंत्री-विधायक विकास कार्यों के लिए जाते थे तो वे कहते थे कि पैसा नहीं है, खजाना खाली है। मैं कहता हूं कि क्या हम औरंगजेब हैं, जो हमने खजाना लूट लिया। कमलनाथ के पास विकास कराने की नीयत नहीं थी। वे विकास विरोधी थे, उन्होंने तो केवल तबादला उद्योग चलाकर कांग्रेस के दलालों को रोजगार दिया था।
वे तो सेठ हैं, लेकिन हम तो नंगे-भूखे हैं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ तो सेठ हैं, उद्योगपति हैं, लेकिन हम तो नंगे-भूखे ही अच्छे हैं। हम नंगे-भूखे होकर भी गरीबों की सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं, लेकिन इन सेठ और उद्योगपति मुख्यमंत्री ने हमारी गरीब जनता की योजनाओं को ही बंद कर दिया था। अब कमलनाथ कह रहे हैं कि शिवराज सिंह तो नालायक है। कभी कहते हैं कि शिवराज सिंह तो नारियल का ट्रक लेकर ही चलता है और कहीं भी नारियल फोड़ देता है, लेकिन कमलनाथ-कांग्रेस की तो किस्मत ही फूटी हुई है वे क्या नारियल फोड़ेंगे।
तो जेल में बंद करवाकर चक्की पिसवाउंगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ ने गरीबों के हकों पर डाका डाला है। उनकी योजनाओं को ही बंद कर दिया। संबल योजना के जरिए गरीबों के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रूपए देना भी बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ यदि किसी ने गरीब की थाली पर डाका डाला, उनका अधिकार छीना तो जेल में बंद करवाकर चक्की पिसवाउंगा। हमारी तो भगवान ही जनता है और हम इस जनता के सेवक हैं। उनके कल्याण के लिए दिन-रात लगे हुए हैं, लेकिन कमलनाथ-कांग्रेस ने तो गरीबों के अधिकार ही छीन लिए।
एक भ्रष्टाचारी सरकार को हमने धूल चटाई हैः ज्योतिरादित्य सिंधिया
सभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमने एक भ्रष्टाचारी सरकार को धूल चटाकर सत्ता से ही हटा दिया। कमलनाथ ने सिंधिया परिवार को चुनौती दी थी। मुझसे कहा था कि आ जाओ सड़क पर, तो मैंने कमलनाथ सरकार को ही सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मेरी मालिक मेरी जनता की तरफ आंख उठाई थी, अब उसका नतीजा भी देख लिया। उन्होंने कहा कि मेरा जनता से राजनीतिक जुड़ाव नहीं है, मेरा तो इनसे दिल का रिश्ता है और मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे 18 साल से आपकी सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
सिंधिया ने कहा कि ये चुनाव जात-पांत, धर्म-अधर्म का नहीं, बल्कि यह तो प्रदेश के विकास का चुनाव है। जनता के सम्मान और स्वाभिमान का चुनाव है। इस चुनाव में कमलनाथ-कांग्रेस को बताना है कि उन्होंने क्या-क्या गलतियां की थीं। कमलनाथ ने प्रदेश के गरीब, किसानों को 2 लाख रूपए कर्जमाफी का झांसा दिया था और मुझसे भी फर्जी प्रमाण-पत्र बंटवा दिए। कर्जमाफी का वचन पूरा नहीं किया। युवाओं को 4 हजार रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का भी वादा किया था, लेकिन वह भी नहीं दिया। जब कमलनाथ ने जनता को दिए वचन पूरे नहीं किए तो मैंने कहा कि वचन पत्र में दिए गए वचनों को पूरा करें, नही ंतो मुझे सड़कों पर आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दंभी और गुरूर में चूर कमलनाथ ने कहा कि आ जाओ सड़क पर तो आ गया। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के विकास के लिए शिव-ज्योति एक्सप्रेस चल पड़ी है और यह एक्सप्रेस प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं आने देगी।

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