सिंधिया, शिवराज, नरोत्तम, कमलनाथ, दिग्विजय की प्रतिष्ठा दांव पर
भोपाल। प्रदेश में 3 नवम्बर को उपचुनाव के मतदान का निर्णायक दिन 10 नवम्बर आ गया है। सभी 28 सीटों पर जनादेश की घड़ी आ गई है। इस बार के चुनाव में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर है। सरकार गिराने के बाद कोंग्रेस के गद्दार ब्लेम का उन्हें चुनाव अंत तक सामना करना पड़ा। तो वहीं 15 महीनों की सरकार रहते उनके साथ पार्टी छोड़ने वाले विधायको पर 35 करोड़ लेने के आरोप लगे। तो वहीं शिवपुरी और पोहरी जैसे इलाको में इन विधायकों को जनता की नाराजगी का सामना भी करते देखा गया। जनता के बीच विधायक रहते न जाने, बर्ताव हिटलरी हो जाने, टिल्लू लगाकर नोट सुतने जैसी बातें जनता के मुख से मैदान में कही जाती रहीं। इस चुनाव में सीएम शिवराज, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय की प्रतिष्ठा भी एक तरह से परखी जानी है तो वहीं ताबड़तोड़ सभाओं के दौरान आइटम, कुत्ता, माल और भी न जाने कितने घटिया शब्दों का हिसाब भी जनादेश के जरिये बराबर होने जा रहा है। कई नामी चेहरे इस समर में चमकेंगे या फिर उनकी आभा फीकी भी पड़ सकती है।
इधर पोहरी में कमल, पंजे के बीच हाथी की सूंड भी हिलती दिखाई दे रही है तो वहीं शिवपुरी के जनपद अध्य्क्ष ने भी मैदान में कसर नहीं छोड़ी वे गड़ित बिगाड़ते दिखाई दे रहे हैं। पोहरी में मुकाबला कड़ा है, 5 से 7 हजार वोट लाने वाला रण फतेह कर सकता है। उधर करैरा में आवाम ने पंजा सर माथे उठाये रखा। करैरा में यही देखने मिला। बीजेपी प्रत्याशी आरम्भ से रेत में सने आरोपो से घिरे रहे फिर भी उनके नरवर इलाके में उनके बजूद की आज अग्नि परीक्षा होने जा रही है। यहां मुकाबला कमल ओर पंजे के बीच बड़े अंतर का परिणाम सामने ला सकता है। खेर ये चिट्ठी आपके हाथ आने तक डाक मतपत्रों की गिनती का समय हो गया यानी 8 बज चुके हैं।
दोपहर तक किस की दीवाली मनेगी ये तय हो जाएगा। शिवपुरी में कलक्टर अक्षय कुमार सिंह, एसपी राजेश सिंह चन्देल ने पूरी तैयारी कर ली है। फिजिकल इलाका छावनी बना हुआ है।

Jai mai ki,Live counting kahn pr dikhegi
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