- 100 आदिवासी परिवार के बीच जाते हैं हर साल दीवाली के 1 दिन पहले
- 10 साल हुए इसी तर्ज पर मनाते आ रहे हेमन्त दीवाली
शिवपुरी। ईस्वर देता तो कई लोगों को है, लेकिन उस धन दौलत का बिना अभिमान इस्तेमाल बहुत कम लोग कर पाते हैं। कुछ लोग अपवाद भी हैं और उनकी मिसाल ढूंढे नहीं मिलती। इन्हीं चंद लोगों में शिवपुरी के युवा और बीजेपी के जिला सांसद प्रतिनिधि हेमन्त ओझा का नाम भी शुमार है, जिन्होंने एक आदत को परंपरा में तब्दील कर डाला है। ये हक उन्हें इसलिये मिला कि वे बीते 10 साल से प्रत्येक दीपावली पर एक दिन पहले 100 ऐसे आदिवासी परिवारों के बीच पहुंचते हैं, जहाँ जाए बिना उन्हें दीवाली भाती नहीं है। उधर ये परिवार भी हेमन्त के आने का बेसब्री से इंतजार करते नहीं थकते। आज जब रिश्ते बेमानी होते जा रहे हैं, बिना मतलब कोई सलाम भी नहीं करता, ऐसे में हेमन्त का बिना किसी शोर शराबे के गरीबों के बीच जाकर उनके बच्चों के लिये पटाखे, मिठाई और कपड़े लेकर जाना साधारण बात नहीं। लगातार 10 सालों से वे यही करते आ रहे हैं। इस बार भी वे नगर से 48 किलोमीटर दूर पहुंचे और ऐसा किया। बता दें कि हेमन्त पब्लिसिटी भी नहीं चाहते लेकिन मामा का धमाका डॉट कॉम की टीम के अनुरोध को वे टाल नहीं सके और हमने फ़ोटो लिये। जिसका उद्देश्य सिर्फ इतना है, की ईस्वर ने जिन्हें दिया है, वे अनुसरण कर सकें। हेमंत का हौंसला आप कमेंट बॉक्स में संदेश लिखकर बढ़ा सकते हैं।

सेवा के लिये सदैव समर्पित हेमंत भाई को बहुत बहुत साधुवाद
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