शिवपुरी। शहर के महल कॉलोनी स्थित रेडिएंट कॉलेज का आज रात को छात्रों ने घेराव कर दिया है। स्टेनोग्राफी मुख्य परीक्षा के दौरान लगातार सामने आ रही खामी और मनमानी का आरोप लगाते हुए छात्रों ने कॉलेज घेर रखा है। नारेबाजी कर रहे हैं। यह देखकर कोतवाली पुलिस को मौके पर जाना पड़ा है। रात को 9:30 बजे तक कॉलेज के छात्रों ने घेराव कर रखा था और पुलिस तैनात की गई है। बता दें की 8 दिसंबर से परीक्षा की शुरुआत हुई है जिसे लेकर पहले दिन से ही खामियां सामने आ रही हैं। छात्र लगातार आरोप लगा रहे हैं। इसी के चलते शिवपुरी दौरे पर आई तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से भी छात्रों ने मुलाकात कर परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे जिसके बाद आज रात को रेडिएंट कॉलेज कॉलेज का छात्रों ने घेराव कर रखा है। भिंड कनेक्शन के आरोप लग रहै हैं।
रेडिएंट कॉलेज पर हो कार्यवाही: एबीवीपी
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रतिनिधि मण्डल ने तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को रेडिएंट कॉलेज के संबंध में ज्ञापन सौंपा और कार्यवाही की मांग की। नगर तकनीकी प्रमुख रोहन देव पाल ने बताया कि शिवपुरी के रेडिएंट कॉलेज द्वारा प्रतिवर्ष क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश देकर उन विद्यार्थियों को बाहरी जिलों की आईटीआई में प्रवेश दिलवाया जाता है और उन विद्यार्थियों से मोटी फीस वसूली जाती है। इसी तरह रेडिएंट कॉलेज द्वारा 20 विद्यार्थियों को रेडिएंट कॉलेज का कहकर भिंड के किसी और गैर मान्यता प्राप्त आईटीआई में दाखिला दिया गया जब वे विद्यार्थी भिंड परीक्षा देने पहुंचे तब उन्हे परीक्षा नही देने दी गयी और विद्यार्थी परीक्षा से वंचित रह गए, जिससे विद्यार्थियों के 2 वर्ष खराब हो गये। इसी प्रकार से इस कॉलेज द्वारा प्रतिवर्ष क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश देकर उन्हें दूसरे कॉलेजों में प्रवेश दिलाया जाता है और विद्यार्थियों से मोटी फीस वसूल कर उन्हें अंधकार में रखते हैं। ऐसा करके इस कॉलेज के द्वारा प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता हैं। छात्र हितों में सदैव सक्रिय छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को जब इस विषय की जानकारी लगी तब से विद्यार्थी परिषद शिवपुरी के कार्यकर्ता विद्यार्थियों को सेंटर सेंटर पहुंचकर परीक्षा दिलाने में सहायता कर रहे है। कल न्यू रेडियंट कॉलेज में जिन विद्यार्थियों का सेंटर पड़ा उन्हें भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा तथा कुछ विद्यार्थी परीक्षा देने से भी वंचित रह गए थे। विद्यार्थियों के साथ रेडिएंट कॉलेज के स्टाफ द्वारा अभद्रता भी की गई। इस पूरे विषय की जानकारी विद्यार्थी परिषद द्वारा आईटीआई शिवपुरी के प्राचार्य नितिन मंदसौरवाला को भी दी गई थी। विद्यार्थी परिषद ने तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधारा राजे सिंधिया से मिलकर ज्ञापन सौंपा तथा इस विषय को गंभीरता से लेते हुए रेडिएंट कॉलेज पर कार्यवाही करने की मांग की जिस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में जिला विद्यार्थी विस्तारक सत्यम वर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आदित्य पाठक, नगर मंत्री विवेक धाकड़ व नगर तकनीकी प्रमुख रोहन देव पाल मौजूद रहे।
यह हुई पहले दिन से गड़बड़ी
शिवपुरी में स्टेनोग्राफी की मुख्य प्रैक्टिकल परीक्षा 8 दिसंबर को पहले दिन ही विवादों में घिर गई थी। जिले के 7 आईटीआई सेंटरों पर यह परीक्षा आहूत की गई थी। जिसके लिए सॉफ्टवेयर ऊपर से ही भेजे गए थे लेकिन सॉफ्टवेयर की खराबी के चलते परीक्षा देने आए परीक्षार्थी परेशान हो गए। हालाते यह हुए कि सुबह 9 से 12 और दोपहर 2 बजे से दूसरी पारी में जो परीक्षा आयोजित की जानी थी वह सुबह 9 बजे शुरू हुई और शाम को 4 बजे तक पूरी की जा सकी। जिसके नतीजे में भारी अव्यवस्था और परेशानी का सामना विद्यार्थियों को करना पड़ा था। बात करें तो शहर के न्यू रेडिएंट रेडिएंट, सरकारी आईटीआई और सीफी नेट पर यह परीक्षा आयोजित की गई है। जिसमें कोविड-19 को ध्यान में रखकर परीक्षा आयोजित करवानी है लेकिन आपाधापी का आलम यह है कि कंप्यूटर सेंटर पर सॉफ्टवेयर काम करना बंद कर देते हैं। तब ऊपर से दूसरा सॉफ्टवेयर अपडेट कराना पड़ रहा है। दोनों पारी के बच्चे एक साथ इकट्ठे हो रहे हैं। यानी कि 120 बच्चे अलग-अलग परीक्षा देने आने हैं पर उन सभी को एक ही पारी में परीक्षा के लिए इकट्ठा होना पड़ रहा है। विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। हाल यह है कि सुबह 9 की परीक्षा शाम 4 बजे पूरी की जा रही है। इस परीक्षा के अंक मुख्य परीक्षा में शामिल किए जाएंगे। परीक्षा 13 तारीख तक लगातार जारी रहेगी। छात्रों को परीक्षा में गड़बड़ी का डर सता रहा है।

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