शिवपुरी। आईएमए की जिला इकाई ने आज 8 दिसंबर को फर्जी डिग्री, नकली डॉक्टरों के खिलाफ प्रदर्शन किया। आईएमए के अध्य्क्ष डॉक्टर निसार एहमद, सचिव डॉक्टर राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि आज संपूर्ण विश्व एवं हमारा देश एक भयंकर कोविड नामक महामारी के दौर से गुजर रहा है, लेकिन सरकार मिक्सोपथी का कानून पास कर के आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को ऑपरेशन की परमिशन देकर इस देश को किस दिशा मे ले जाना चाहती है ये समझ के परे है। इस प्रकार देश की संस्था भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद के दिशा निर्देशों का सरासर उल्लंघन होगा, एवं नैदानिक साहित्यिक चोरी होगी जिससे एक मेडिकल जगत का इलाज गड़बड़ हो जायेगा एवं भोली भाली जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड होगा जिसके लिए नीति आयोग की मिकसोपैथी की नीति जिम्मेदार होगी। इसलिये इस देश के आईएमए के सभी सदस्य इसका पुरजोर विरोध करते है एवं सभी मेडिकल जगत के संगठनो के साथ मिलकर जैसे जेडीए, मेडिकल टीचर्स एसोशिएशन, शासकीय चिकित्सक संगठन मंगलवार 8 दिसंबर को आईएमए के बैनर तले शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया। अब शुक्रवार, 11 दिसम्बर को सुबह 6 बजे से सायं 6 बजे तक इमर्जेंसी के अलावा सभी कार्य सांकेतिक रूप से बंद रखने का आग्रह किया है। अगर इस कानून मे बदलाव नही किया तो देश की सभी स्वास्थ सेवाएं पूर्ण रूप से बंद कर दी जायेगी। यह आयोजन राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशों पर किया जा रहा है। आशा है शासन हमारी मांग को मानकर यह कानून बदलेगा यही उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रेक्टिस मे मिक्सोपेथी का 8 के बाद अब 11 दिसंबर को होगा जोरदार विरोध। आयुर्वेद को सर्जरी की अनुमति देना आमजनो के स्वास्थ्य से सोचा समझा खिलवाड़ हैं।
आज समझ नहीं आ रहा, लेकिन इसके गंभीर परिणाम मरीजो को ही भविष्य मे भुगतने पडेंगे। मिक्सोपेथी लागू करना यदि अनिवार्य ही हैं तो सारे राजनीतिज्ञ एम्स, आर्मी हॉस्पिटल, कॉर्पोरेट हॉस्पिटल, विदेशो के हॉस्पिटल्स की ओर दौड नहीं लगायें और अनिवार्यत सीधे सीधे इन्ही आयुर्वेद सर्जन्स से उपचार करायें।

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