शिवपुरी। साल 2020 वैसे तो बुरी खबरों के लिये याद किया जाएगा लेकिन चंद मधुर यादे भी इसी साल से जुड़कर याद रखी जाएंगी। इन्हीं खूबसूरत यादों के बीच नगर के रेलवे स्टेशन शिवपुरी को ISO का खिताब मिल गया है। 29 दिसंबर को मिला यह खिताब साल 2023 तक हमारे जिले के खाते में रहेगा। भोपाल डिवीजन वेस्ट सेंट्रल रेलवे अंतर्गत शिवपुरी स्टेशन को इस खिताब के लिए चुना गया। यात्रियों को दी जा रहीं बेहतर सुविधाओं और माल ट्रांसपोर्टेशन के लिए तो यह खिताब मिला ही बल्कि अन्य सुविधाओं पर भी गौर किया गया। बता दें कि रेलवे स्टेशन प्रबंधक उमेश मिश्रा की मौजूदगी में बीते रोज दिल्ली से आई ISO की टीम के अधिकारी एके वर्मा व अन्य अधिकारीयों ने रेलवे स्टेशन शिवपुरी का मुआयना किया था। जिसमें बारीकी से सभी व्यवस्थाओं को देखा था। बता दें कि शिवपुरी स्टेशन पर आने वाले समय मे कई अन्य सुविधाओं का समावेश होने जा रहा है। यहां मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की पहल पर 1.89 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक नया द्वार बन रहा है। दो मुखी यह द्वार होगा जबकि बीच में हरियाली और फाउन्टेन संचालित पार्क भी तैयार हो रहा है।
पूर्व मंत्री माधवराव सिंधिया ने दिलाई थी सौगात
आज नगर सहित जिले के लोग जिस रेलवे स्टेशन से देश भर में सफर करते हैं। उसे लाने का श्रेय अंचल को सौगात देने में अग्रणी रहे पूर्व मंत्री श्रीमंत माधव राव सिंधिया को जाता है। जिन्होंने छोटी लाइन के बदले सन 1980 में बड़ी लाइन लाने की तैयारी की और अंततः यह बड़ी रेल लाइन ग्वालियर से गुना ही नहीं बल्कि इटावा तक बिछाई गई। उनका सपना था कि जब इटावा तक ट्रेनें दोड़ेगीं तब कई ट्रेन इस पथ पर चलने लगेगीं और अंचल के विकास में नया अध्याय जुड़ेगा। उनके बाद केंद्र सरकार में मंत्री रहे राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस ट्रैक को कई ट्रेनों की सौगात दिलाई है। दूसरे प्लेटफार्म से लेकर फुट ओवर ब्रिज उन्ही के प्रयासों से बना। लाइन का विद्युतीकरण भी सिंधिया की देन है। जबकि उनकी बुआ और मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी ट्रेनों के विकास के समय समय पर अनेक प्रयास किये हैं।

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