मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के "कर्त्तव्य बोध दिवस" पर प्रमुख प्रवक्ता के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी ने व्यक्त किया सारगर्भित उद्धबोधन
शिवपुरी। मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के "कर्त्तव्य बोध दिवस" के मौके पर आज
शा.कन्या उ.मा. विद्यालय कोर्ट रोड शिवपुरी और शा.हाई स्कूल फिजिकल में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ दिल्ली की परम्परा अनुसार "कर्त्तव्य बोध" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रथम आयोजन शासकीय कन्या विद्यालय कोर्टरोड में हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य देवेंद्र टेडिया ने, संचालन एवं गीत सुशील अग्रवाल (संभागीय कोषाध्यक्ष) ने प्रस्तुत किया। प्रमुख वक्ता राजाबाबू आर्य (सचिव म.प्र. शिक्षक संघ) ने कहा कि कर्त्तव्य बोध की सबसे ज्यादा जिम्मेदार री बनती है क्योंकि शिक्षक ही निर्माण करता हैं, लोग आज अधिकारों की बात तो करते हैं तो कर्तव्यों पर भी सजग रहना चाहिए। आभार व्यक्त अनिल गुप्ता (अध्यक्ष म.प्र. शिक्षक संघ) ने किया। शासकीय हाई स्कूल फिजिकल पर सर्व प्रथम जिला शिक्षा अधिकारी दीपक पांडेय ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर तिलक लगाकर, माला पहनाकर कार्यक्रम प्रारम्भ किया फिर अनिल गुप्ता एवं दीपेन्द्र शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी तथा अन्य अथितियों का स्वागत किया। फिर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित शिक्षको को बताया कि किस प्रकार स्कूल में छात्रों की उपस्थिति बढाकर उन्हें "सरल से कठिन"की ओर ले जाना चाहिए। सुशील अग्रवाल ने गीत के माध्यम से संगठन के विचारों से अवगत कराया, राजाबाबू आर्य ने संचालन करते हुये बताया कि :-
शिक्षक का अर्थ
शि:-शिक्षा देने वाला।
क्ष:-क्षमा करने वाला।
क:-कर्त्तव्य बोध कराने वाला
एक आदर्श शिक्षक में निम्न गुण होने चाहिए।
1 प्रभावशाली वक्ता।
2 आत्मविसवासी।
3 प्रेरित करने वाला।
4 निर्देशन एवं नेतृत्व का ज्ञान।
5 अच्छा सलाहकार।
प्रधानाचार्य माटा मेडम ने विचार व्यक्त किये और अंत मे अनिल गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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