शिवपुरी। नगर के ग्वालियर वायपास से सटे डीएफओ कार्यालय में आज दोपहर 2 बजे उस समय सनसनी फैल गई जब एक रिटायर लिपिक ने डीएफओ की कार को रोका, जैसे ही डीएफओ रुके उसने पहले से मौजूद पेट्रोल डीएफओ पर छिड़कते हुए कहा कि आज वह उनकी जान ले लेगा और ये कहते हुए खुद पर भी पेट्रोल छिड़क लिया। फिर कोयले से आग लगाने की कोशिश की। गनीमत यह रही कि मौके पर कार चालक व अन्य कर्मचारियों ने बीचबचाव कर उसे पकड़कर पुलिस को सूचित किया। मौके पर एसडीओपी सुधीर कुशवाह, टीआई बादाम यादव, संतोष दुबे मौके पर पहुंचे। जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार रिटायरमेंट के बाद उक्त कर्मचारी कैलाश भार्गव बड़े हुए वेतन के रुपये और पेंसन सहित अन्य राशि की मांग कर रहा है जबकि नियमानुसार उसे यह राशि दी नहीं जा सकती। इस बात की पुष्टि खुद डीएफओ लवित भारती ने की जबकि कार्यालय का अन्य स्टाफ भी यही बात दोहराता नजर आया।
पहले रिटायर फिर बढ़ा वेतन
कर्मचारी जिस महीने में रिटायर हुआ उसके कुछ महीने बाद वेतनमान बढ़ाया गया। पेंशन भी इसीलिए बढ़ी जिसका लाभ कैलाश के बाद रिटायर साथी ले रहे हैं। लेकिन कैलाश तकनीकी रूप से पात्र नहीं है ऐसा वन अधिकारी कह रहे हैं। जबकि कैलाश लंबे समय से इसी जिद पर अड़ा है कि उसे भी अन्य साथियो की तरह बढ़ी राशि का भुगतान किया जाए। इसी विषय को लेकर वह पहले भी आत्मदाह और किसी की जान लेने की बात कहता रहा है। उसने 26 जनवरी को आत्मदाह करने की बात भी कही थी। जबकि आज भी डीएफओ की जान लेने और खुद भी जान देने की बात उसने सरेआम कही। उसका कहना है कि भले ही उसे गिरफ्तार कर लो जब भी छूटकर आएगा जान दे देगा।
चेम्बर से पेट्रोल की दुर्गंध
डीएफओ पर लिपिक कैलाश ने पेट्रोल छिड़का जिससे वह खुद तो महक ही रहा था जबकि डीएफओ भारती भी चेंबर में पेट्रोल की बदबू के बीच बैठे दिखे। उनकी आँख से लेकर शरीर मे पैट्रोल चला गया था। उनका कहना था की उन्हें सभी कर्मचारियों से सिमपेथी है। आज जब यह कैलाश आया। जोर जोर से चीख चिल्ला रहा था तो मैने मानवता के नाते उससे बात करनी चाही। जब उसने वही पुरानी बात दोहराई तो मेंने बताया कि शासन के आदेश के सामने हम खुद कुछ नहीं कर सकते यह तय करना शाषन का काम है कि किसे कितना वेतन, कब किस तरह दिया जाए। बस यह सुनते ही उसने जोर से कहा तुमको जलाकर खत्म कर दूंगा खुद भी खत्म हो जाऊंगा। ऒर पैट्रोल छिड़क कर पास में जल रही आग से कोयले उठाने दौड़ पड़ा। सर्दी के चलते रात की ड्यूटी वाले जिस आग से तापते हैं उसी के कोयले को उठाकर आग लगाना चाहता था।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें