किशोरियों को विभिन्न प्रकार के संक्रमण व बीमारियों से बचाने के लिए संस्था की निशुल्क सेनेटरी पैड देने की मुहिम बहुत ही लाभप्रद है। - अतुल त्रिवेदी, संभागीय सलाहकार, स्वच्छ भारत मिशन, ग्वालियर संभाग
आज हम बहुत खुश है अब हम पहली बार सेनेटरी नेप्किन का उपयोग करेंगें - बबली आदिवासी दादौल
शिवुपरी। आदिवासी किशोरी बालिकाओं को अब उन दिनों शर्मिंदगी नहीं उठानी होगी। जिले में पहली बार किशोरी बालिकाओं के लिए काम करने वाली संस्था शक्तिशाली महिला संगठन ने आदिवासी बाहुल्य बाहुल्य दादौल, सुरवाया, चिटोरीखुर्द, अमरखौआ, विनेगा , नया बलारपुर , बड़ौदी आदिवासी वस्ती एवं बांसखेड़ी गांव की 500 किशोरी बालिकाओं के लिए जो कि आर्थिक रुप से कमजोर है व जो सेनेटरी नेप्किन का उपयेाग नही कर पाती ऐसी बालिकाओं के लिए हर महिने निशुल्क सेनेटरी पैड का वितरण न्यूट्रीशन चैम्पियन द्वारा ग्राम दादौल व सुरवाया से किया। संस्था द्वारा चिन्हित गांव में हर महिने 4000 सेनेटरी नेप्किन का निशुल्क वितरण किया जायेगा। स्वच्छ भारत मिशन के संभागीय सलाहकार अतुल त्रिवेदी ने इस अवसर पर कहा कि किशोरियों को विभिन्न प्रकार के संक्रमण व बीमारियों से बचाने के लिए संस्था की यह योजना बहुत ही लाभप्रद है। अगर किशोरी हर महिने अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए सेनेटरी नेप्किन का उपयोग करें और फिर उपयोग के बाद इस कचरे को सुरक्षित तरीके से नष्ट करें तो किशोरी बालिकाओं में होने वाले संक्रमण को काफी हद तक कम किया जा सकता है संस्था का यह कदम सराहनीय व स्वागत योग्य है । कार्यक्रम के सूत्रधार शक्तिशाली महिला संगठन के रवि गोयल ने इस अवसर पर बताया कि किशोरियों में मासिक धर्म को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां होती है यह ऐसा समय होता है कि जब स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होता है। शहर में रहने वाली किशोरियों में मासिक व स्वच्छता को लेकर जागरुकता रहती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इन चीजों को सख्त अभाव होता है। किशोरियों को मासिक के समय किसी प्रकार की समस्या होती है तो उसका समाधान नहीं हो पाता हैसंस्था ने किशोरियों को स्वस्थ्य रखने व सफाई का महत्व समझाने के लिए ही निशुल्क सेनेटरी नेप्किन देने की मुहिम अभी चिन्हित गावं से शुरु की है जिसके तहत आज पहली खेप में सुरवाया व दादौल गांव में सेनेटरी नैपकीन के पैकेट वितरित किये हैं।
इस मुहिम में हम प्रत्येक जरुरतमंद किशोरी को आठ सेनेटरी नेप्किन हर महिने देने जा रहे है साथ ही उनको जागरुक भी किया जायेगा। इस सेनेटरी पैड का वितरण माह के चोथे मंगलवार को एक दिन होगा
सेनेटरी नेपकिन के एक पैकट में 4 पीस है और प्रत्येक किशोरी को दो पैकेट माह में एक बार प्रदान किए जाएंगे। संस्था की इस मुहिम में गांव की न्यट्रीशन चैम्पियन सहयोग कर रही है जो कि खुद भी सेनेटरी नेप्किन का उपयोग करेंगी और गांव की अन्य किशोरी बालिकाओं को भी प्रदान करेंगी जिससे कि पूरा गांव सेनेटरी नैप्किन का उपयेाग करें और उपयोग करने के पश्चात सही तरीके से कचरे का निष्पादन हो । आदिवासी बालिका बबली ने बताया कि वह सेनेटरी नेप्किन पाकर बहुत खुश है और पहली बार नेप्किन का उपयेाग करेगी । आज दादौल व सुरवाया कि करीब 120 किशोरी बालिकाओं को निशुल्क सेनेटरी नेप्किन देने की मुहिम का आगाज किया । इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के संभागीय सलाहकार अतुल त्रिवेदी, शक्तिशाली महिला संगठन के रवि गोयल , प्रमोद गोयल एवं उनकी पूरी टीम, किशोरी बालिकाए, सुपोषण सखी एवं न्यूट्रीशन चैम्पियन शान्ती , प्रियका, सोमवती, रुबीना, लबली , राजनन्दनी, कुंजा, शिवानी, भारती एवं ववली आदिवासी उपस्थित थी।

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