राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ग्राम दाडौल में लगा शिविर
-किशोरी बालिका अपने घरों में सरकार से टॉयलेट की मांग करे-अतुल त्रिवेदी यूनिसेफ डिविजनल समन्वयक
शिवपुरी। वर्ष 2008 से हर वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को समान अधिकार, उनको सहयोग देना और सुविधाओं को मुहैया कराने के साथ लड़कों और लड़कियों में भेदभाव के प्रति लोगों को जागरुक करना भी है।
शक्तिशाली महिला संगठन के प्रोग्राम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि आज कल बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। चाहे वह राजनीति, खेल, विज्ञान आदि कुछ भी हो। ऐसे में समाज को बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरुक करना और उनकी शिक्षा के प्रति ध्यान देना अनिवार्य है। कन्या भ्रूण हत्या भी एक ऐसी समस्या है। जिसके कारण बालिकाओं के अनुपात में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश का लिंगानुपात प्रति एक हजार पुरुष पर 927 है और शिवपुरी में लिंगानुपात 910 है 2011 जनगणना के अनुसार शिवपुरी में 0 से 06 वर्ष के बच्चों का लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुष पर 892 हैं। इसी को लेकर 24 जनवरी को बालिका दिवस पर समाज में शिक्षा, समान स्थिति इत्यादि को बढ़ावा देने के लिए ग्राम दा दोल में जागरूकता सह स्वास्थ जांच शिविर का आयोजन शक्तिशाली महिला संगठन , ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन एवम् महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया जिसमे मुख्य रूप से किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण डाक्टर निदा खान द्वारा किए एवम् उन्होंने किशोरी बालिकाओं में सफेद पानी आना जैसे संक्रामक से बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष जोर दिया। प्रोग्राम में यूनिसेफ के अतुल त्रिवेदी द्वारा किशोरी बालिकाओं को हाथ धुलाई के आज तरीके एवम् कब कब हाथ अनिवार्य रूप से साबुन से धोना चाहिए इस को सुमन कुमारी की कहानी के नाम से समझाया। प्रोग्राम में न्यूट्रीशन चैम्पियन द्वारा मेंहदी प्रतियोगिता , रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जिसमें प्रथम तीन विजेताओं को उपहार देकर सम्मानित किया। प्रोग्राम में महिला बाल विकास के सुपरवाइजर , शक्ति शाली महिला संगठन के प्रमोद गोयल एवम् उनकी पूरी टीम, सुपोषण सखी एवम् न्यूट्रीशन चैंपियन ने भाग लिया।

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