- दोस्त ने दी थी आवाज' तब 'तीसरे माले के छज्जे से नीचे झांक कर बात कर रहा था होनहार आयुष्मान'
शिवपुरी। नगर के प्रतिष्टित, मिलनसार, सहजदिल डॉक्टर शैलेन्द्र गुप्ता के भतीजे और अमित विक्की गुप्ता के सुपुत्र आयुष्मान गुप्ता की मौत से आज शहर के लोग सदमे से उवर नहीं पा रहे। सुबह की पहली किरण के साथ आई इस बुरी खबर से हर व्यक्ति गमजदा है। लोग गमगीन इसलिये भी हैं कि महज 20 साल का होनहार आयुष्मान पहले वर्ष की डॉक्टरी पढ़ाई करने खुशी खुशी इंदौर गया था। उसे खुद डॉक्टर शैलेन्द्र अपने साथ लेकर गए थे। कई कॉलेज के बाद जब खुद डॉक्टर शैलेंद्र को कॉलेज पसंद आया तो आयुष्मान को भर्ती कराकर परिवार के लोग और उसके दोस्त जल्द ही उसे डॉक्टर बनते देखना चाहते थे। लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था।
अब जबकि आयुष्मान हम सभी से दूर चला गया तो यह खुलासा भी हो गया है कि आयुष्मान एक ऐसे हादसे का शिकार हुए जिसे सुनकर कोई शायद ही यकीन कर सके। रात करीब 2 बजे थे। कॉलेज की पहली मंजिल से लेकर दूसरी, तीसरी सभी मंजिल में मौजूद छात्र पढ़ाई कर रहे थे। अगले 3 दिन में एग्जाम होना हैं इसलिए आयुष्मान की ही तरह अन्य छात्र भी पढ़ रहे थे। आयुष्मान अपने दोस्त के साथ गैलरी में आता है। कमरे में अंदर चला जाता है। उसका दोस्त कमरे से गैलरी की तरफ बढ़ता है और इधर किसी तीसरे दोस्त की आवाज नीचे से आयुष्मान को पुकारती है। जो शायद आयुष्मान से कुछ चीज मांग रहा था। आयुष्मान हाथ में कुछ लिए बाहर निकलता है। छज्जे पर
आता है और ऊंचे छज्जे पर लगभग लटक जाता है। उसके पैर नीचे एक पत्थर पर रखे हुए थे। जब आयुष्मान का शरीर अगले हिस्से में था तभी अचानक उसके पैर के नीचे
में उठ जाते हैं। फिर वो होता है जिसे सुनकर कलेजा कांप जाता है। हैंडसम, हष्टपुष्ट शरीर के मालिक आयुष्मान सर के बल नीचे जा गिरता है और खून की धारा बह निकलती है। उधर कमरे से चंद मिनिट पहले निकले आयुष्मान के दोस्त ने जैसे ही देखा कि आयुष्मान नीचे गिर गया है वह दोस्तो को आवाज देकर बुलाता है। सभी भागकर नीचे पहुंचते हैं। इसी कॉलेज केम्पस में अस्पताल भी है और कुछ डॉक्टर बन चुके छात्र भी मौजूद रहते हैं। इसलिये सभी जुटकर आयुष्मान को बचाने की जुगत करते हैं। करीब 2:20 के लगभग हुए हादसे के बाद 1 घण्टे तक आयुष्मान को बचाने की कोशिश की जाती है लेकिन नतीजा दर्द बनकर उसकी मौत की खबर दे जाता है। यही आयुष्मान की मौत का सच है जिसने आज सभी को झकझोर कर रख दिया। आयुष्मान की मौत पर हमारी कलम भी रोते हुए हाल बयां कर रही है। मामा का धमाका डॉट कॉम टीम की ओर से आयुष्मान को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके परिवारजनों को दुख सहन करने की इस्वर शक्ति दे यही अभिलाषा। आयुष्मान की अंत्येष्टि 7:30 पर न्यू ब्लॉक से अंतिम यात्रा के साथ आज की जाएगी।
अब जबकि आयुष्मान हम सभी से दूर चला गया तो यह खुलासा भी हो गया है कि आयुष्मान एक ऐसे हादसे का शिकार हुए जिसे सुनकर कोई शायद ही यकीन कर सके। रात करीब 2 बजे थे। कॉलेज की पहली मंजिल से लेकर दूसरी, तीसरी सभी मंजिल में मौजूद छात्र पढ़ाई कर रहे थे। अगले 3 दिन में एग्जाम होना हैं इसलिए आयुष्मान की ही तरह अन्य छात्र भी पढ़ रहे थे। आयुष्मान अपने दोस्त के साथ गैलरी में आता है। कमरे में अंदर चला जाता है। उसका दोस्त कमरे से गैलरी की तरफ बढ़ता है और इधर किसी तीसरे दोस्त की आवाज नीचे से आयुष्मान को पुकारती है। जो शायद आयुष्मान से कुछ चीज मांग रहा था। आयुष्मान हाथ में कुछ लिए बाहर निकलता है। छज्जे पर

रखा पत्थर खिसक जाता है और नतीजे में उस पत्थर पर रखे पैर हवा


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