मुम्बई। विंग कमांडर मुकुन्द नरवणे, आयु 90 वर्ष, अपने सुपुत्र भारतीय थलसेनाध्यक्ष जनरल मनोज नरवणे के साथ..
ऐसी पारिवारिक विरासत निश्चय ही प्रशंसा तथा आदर की पात्र है, जहाँ क्षमता, गुण एवं कौशल में पुत्र अपने पिता से भी चार कदम आगे बढ कर सर्वोच्च अधिकार तथा प्रतिष्ठा के शिखर पर पहुँच जाय..

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