लेखापाल वृंदावन शर्मा आत्महत्याकांड
शिवपुरी। जिला शिक्षा विभाग में निलंबित लेखापाल वृंदावन शर्मा द्वारा छह माह पहले आत्महत्या करने के मामले में 29 दिसम्बर को आत्मसमर्पण करने वाले दो-दो हजार के ईनामी बाबू सचिन अग्रवाल व प्रशांत गुप्ता सीने में दर्द की शिकायत के बाद जेल के बजाय पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल उपचार के लिए भेज दिए गए थे, लेकिन सोमवार को अस्पताल से उन्हें स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर सीधे जेल भेज दिया गया। इधर सोमवार को ही संभागीय संयुक्त संचालक आरके उपाध्याय ने डीईओ दीपक पांडे की रिपोर्ट पर दोनों बाबूओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया है। बता दें कि लेखापाल वृंदावन शर्मा ने आत्महत्या कर चार पेज का सुसाइड नोट छोड़ा था जिसमें उन्होंने तत्कालीन डीईओ अजय कटियार व बाबू प्रशांत व सचिन पर प्रताड़ना के आरोप लगाते हुए अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
कटियार भी पहुंचे जेल, आईसोलेशन में थे भर्ती
इधर इस मामले के मुख्य आरोपी तत्कालीन डीईओ अजय कटियार की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट से भी खारिज हो गई थी और उन्होंने करीब 20 दिन पहले आत्मसमर्पण कर दिया था, लेकिन जेल जाते ही उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के कारण उन्हें आईसोलेशन में भर्ती करना पड़ा था। जहां से 29 दिसम्बर को डिस्चार्ज करने के बाद उन्हें भी जेल भेज दिया गया है।
कटियार के निलंबन भेजा प्रस्ताव
आरोपी बाबू सचिन व प्रशांत के जेल जाते ही जहां जेडी आरके उपाध्याय ने उन्हें सोमवार को निलंबित कर दिया क्योंकि उनकी नियुक्तिकर्ता अधिकारी जेडी हैं, तो वहीं डीईओ कटियार के निलंबन का प्रस्ताव लोक शिक्षण संचालनालय को भेजा गया है, जहां से जल्द ही उनका भी निलंबन होना तय है।
जमानत याचिका पर बढ़ी तारीख
इस मामले में आरोपी बाबूओं ने समर्पण के बाद जिला न्यायालय में एडीजे संतोष गुप्ता के यहां जमानत याचिका लगाई थी, जिसकी सुनवाई सोमवार को थी लेकिन सोमवार को न्यायालय ने तारीख बढ़ा दी है अब मंगलवार की तारीख दी गई है। बता दें कि आरोपियों में से बाबू प्रशांत गुप्ता अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट भी गए थे लेकिन हाई कोर्ट ने दो बार याचिका खारिज कर दी थी।
इनका कहना है
-आत्महत्याकांड के आरोपी दोनों बाबू प्रशांत व सचिन को आज ही निलंबित किया है। शिवपुरी डीईओ ने इस संबंध में हमें सूचना दी थी, जिस पर यह कार्रवाई की गई है जबकि डीईओ कटियार का निलंबन प्रदेश स्तर से होगा।
आरके उपाध्याय
जेडी, शिक्षा
-सीने में दर्द की शिकायत के बाद दोनों बाबूओं का उपचार पुलिस अभिरक्षा में किया गया था, लेकिन आज उन्हें स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है।
डॉ एसके पिप्पल
चिकित्सक

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