शिवपुरी के एक्स आर्मी मेन विशाल जोशी को शॉल श्रीफल व पौधा देकर सम्मानित किया
हर भारतीय में फौज वाला अनुशासन एवं देश के प्रति कुछ करने की भावना होनी चाहिए- पूर्व आर्मी मेन विशाल जोशी
शिवपुरी। देश में हर साल 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन 1949 में फील्ड मार्शल केएम ने जनरल फ्रांसिस से भारतीय सेना की कमान ली थी। फ्रांसिस बुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे। फील्ड मार्शल केएम करियप्पा भारतीय आर्मी के पहले कमांडर इन चीफ बने थे। करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में हर साल यह दिन मनाया जाता है। करियप्पा पहले ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल की रैंक दी गई थी। आर्मी डे पर पूरा देश थल सेना के अदम्य साहस उनकी वीरता शौर्य और उसकी कुर्बानी को याद करता है। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा भारतीय थल सेना दिवस पर जिला चिकित्सालय के कान्फ्रेन्स हॉल में जागरुकता सह सम्मान कार्यक्रम के तहत शिवपुरी के एक्स आर्मी मेन विशाल जोशी को श्रीफल, शॉल एवं पौधा देकर सिविल सर्जन डा. पी.के.खरे, शक्तिशाली महिला संगठन के संयोजक रवि गोयल, यूनीसेफ के अतुल त्रिवेदी द्वारा संयुक्त रुप से सम्मनित किया एवं उनसे भारतीस फौजी के रुप मे अपने अनुभव बताने का अनुरोध किया । एक्स आर्मी मेन विशाल जोशी ने अपने जोशीले उदबोधन में कहा कि हमारे देश की माताओं के अद्म साहस के कारण ही हमारी सेना विश्व की महान सेना में से एक है जो कि विश्व भर में अपने अनुशासन एवं कर्तव्यपरायणता के लिए जानी जाती है। जब भी हमारे देश पर कोई आन्तरिक या बाहरी संकट पड़ा है या आया है तो भारतीय सेना ने पूरे समर्पण एवं निष्णा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है चाहे वह पड़ोसी मुल्को से युद्ध की स्थिति हो या देश में कोई प्राकृतिक आपदा का समय हो हमारी सेना सदैव मुस्तैदी से संकट पर विजय हासिल करती है। उन्होने कहा कि इंडियन आर्मी चीन और अमेरिका के साथ दुनिया की तीन सबसे वड़ी आर्मी में शामिल है। 2013 में उत्तराखंड के बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए चलाया जाने वाला श्ऑपरेशन राहत दुनिया का सबसे बड़ा सिविलियन रेस्क्यू ऑपरेशन था। यह दिन सैन्य परेडों सैन्य प्रदर्शनियों व अन्य आधिकारिक कार्यक्रमों के साथ नई दिल्ली व सभी सेना मुख्यालयों में मनाया जाता है। इस दिन उन सभी बहादुर सेनानियों को सलामी भी दी जाती है जिन्होंने कभी ना कभी अपने देश और लोगों की सलामती के लिये अपना सर्वोच्च न्योछावर कर दिया। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित मातृ शक्ति को नमन करते हुए कहा कि आज में अगर आर्मी में जा पाया हूं तो वह केवल और केवल मेरी मां की बदौलत जिसने की मुझे भारतीय सेना में भेजने के लिए प्रेरित किया । साथ ही उन्होने यह भी कहा कि हमको अगर अपने देश में महिलाओं पर अत्याचार एवं लैंगिक अपराध को रोकना है तो बालिकाओं को सक्षम एवं सशक्त बनाने के साथ साथ अपने बेटो को भी महिलाओं का आदर सम्मान करना सिखाना होगा। इसके साथ साथ उन्होने सेना में अपने 20 साल के अच्छे अनुभव साझा किये कई बार ऐसे अवसर आए जब मौत काफी करीब से निकल गई आपको लगेगा कि मै बहुत खुशनसीब हूं लेकिन में उन मेरे शहीद साथियों को खुशनसीव मानता हूं जो कि भारत माता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। अन्त में उन्होने कहा कि युवाओं के लिए भारतीय सेना में कैरियर बनान भी बहुत अच्छा अवसर है। कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डा. पी.के.खरे, एवं शक्तिशाली महिला संगठन के सयोजक रवि गोयल ने संयुक्त रुप सेे कहा कि एक्स आर्मी मेन विशाल जोशी को सम्माानित करते हुए गर्व महसूस कर रहे है शिवपुरी के जाबांज आर्मी मेन ने 20 साल सेना में देश की सेवा की एवं देश का मान बढ़ाया। इस दौरान जोशी जी काफी प्रसन्न हुए उन्होने संस्था का आर्मी डे मनाने एवं सम्मान करने पर प्रसन्नता जाहिर की । कार्यक्रम में सिविल सर्जन डा. पी.के. खरे , संस्था के संयोजक रवि गोयल, महिला बाल विकास की पर्यवेक्षक सुश्री निवेदिता मिश्रा, विकास अग्रवाल, यूनीसेफ के डिविजनल कोर्डिनेटर अतुल त्रिवेदी , सुश्री श्रद्धा खरे के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सुपोषण सखी उपस्थित थी।

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