दिल्ली। सिंधु घाटी की सभ्यता से जुड़ा लोहड़ी का त्यौहार पोष मास की अंतिम रात्रि और मकर संक्रांति की पूर्व रात्रि को मनाया जाता है।लोहड़ी उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह मकर संक्रान्ति के एक दिन पहले मनाया जाता है। मकर संक्रान्ति की पूर्वसंध्या पर इस त्यौहार का खास उल्लास रहता है। रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर आग के किनारे घेरा बनाकर बैठते हैं।फिर रेवड़ी, मूंगफली, लावा आदि अग्नि को समर्पित करते हुए एक दूसरे के लिये दुआ मांगते हैं। नई दुल्हन की पहली लोहड़ी का खास महत्व होता है। इस परिवार में जोरदार ढंग से लोहड़ी मनाई जाती है। लोहड़ी का पर्व फसल की कटाई और बुआई के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन लोग आग जलाकर इसके इर्द-गिर्द नाचते-गाते और खुशियां मनाते हैं। आग में गुड़, तिल, रेवड़ी, गजक डालने और इसके बाद इसे एक-दूसरे में बांटने की परंपरा है। देश भर में आज लोहड़ी (Lohri 2021) मनाई जा रही है। पंजाब और हरियाणा के लोग इसे धूम-धाम से मनाते हैं। लोहड़ी का पर्व किसानों का नया साल भी माना जाता है। लोहड़ी को सर्दियों की विदाई और बसंत के आने का संकेत भी माना जाता है। कई जगह पर लोहड़ी को तिलोड़ी भी कहा जाता है।
लोहड़ी का महत्व
लोहड़ी का पर्व फसल की कटाई और बुआई के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन लोग आग जलाकर इसके इर्द-गिर्द नाचते-गाते और खुशियां मनाते हैं। आग में गुड़, तिल, रेवड़ी, गजक डालने और इसके बाद इसे एक-दूसरे में बांटने की परंपरा है। इस दिन पॉपकॉर्न और तिल के लड्डू भी बांटे जाते हैं। लोहड़ी में इसी खुशी का जश्न मनाया जाता है। इस दिन रबी की फसल को आग में समर्पित कर सूर्य देव और अग्नि का आभार प्रकट किया जाता है। आज के दिन किसान फसल की उन्नति की कामना करते हैं।
इस दिन सुनी जाती है दुल्ला भट्टी की कहानी
लोहड़ी के दिन अलाव जलाकर उसके इर्द-गिर्द न्रत्य भी किया जाता है। इसके साथ ही इस दिन आग के पास घेरा बनाकर दुल्ला भट्टी की कहानी सुनी जाती है। लोहड़ी पर दुल्ला भट्टी की कहानी सुनने का खास महत्व होता है। मान्यता है कि मुगल काल में अकबर के समय में दुल्ला भट्टी नाम का एक शख्स पंजाब में रहता था। उस समय कुछ अमीर व्यापारी सामान की जगह शहर की लड़कियों को बेचा करते थे, तब दुल्ला भट्टी ने उन लड़कियों को बचाकर उनकी शादी करवाई थी। कहते हैं तभी से हर साल लोहड़ी के पर्व पर दुल्ला भट्टी की याद में उनकी कहानी सुनाने की पंरापरा चली आ रही है।
मंत्री यशोधरा राजे ने दी शुभकामनाएं
लोहड़ी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।
लोहड़ी की आग में दहन हो सारे गम और यह त्योहार आप सभी के जीवन में सुख, शांति, ख़ुशहाली और समृद्धि लाएं।
#HappyLohri

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