
अशोक बिहार कॉलोनी में नियमित नहीं जाती कचरा गाड़ी, लाइट भी पड़ी बन्द
शिवपुरी। नगर के वार्ड 31 अशोक बिहार कोलोनी, पीजी कॉलेज होस्टल के पीछे रहने वाले लोग कचरा निस्तारण व्यवस्था ठीक न होने से परेशान हैं। समाजसेवी प्रेम शंकर शर्मा सहित अन्य लोगों ने बताया कि शिवपुरी में स्वच्छ भारत मिशन अभियान कागजों में तेजी से चल रहा है, जबकि जमीनी धरातल पर, कहानी कुछ और ही है। कचरा ढोने वाली गाड़ी, महीने में 10-12 दिन नहीं आती, कभी बताते हैं कि डीजल नहीं मिला, कभी पंचर हो गई, तो कभी छुट्टी थी।जब सीएमओ को फोन लगाओ तो फोन ही नहीं उठाते। कचरा गाड़ी प्रभारी ने फोन पर, गाड़ी चालक से बात करवाई, तो पहले तो कहा कि रोज जाता हूं, फिर कहा कि गाड़ी पंचर हो गई। शुरु में कचरा गाड़ी पर एक हैल्पर आता था,अब कई वर्ष से वह नहीं आता। जबकि हैल्पर का काम है कि वह कचरे की बाल्टी या बर्तन लेकर सूखा, गीला कचरा अलग अलग डाले। अभी तय हुआ कि कचरा गाड़ी में तीन भाग होंगे, सूखा, गीला एवं इलेक्ट्रॉनिक कचरा अलग-अलग भाग में डालना है, इसलिए हैल्पर आवश्यक है। इंदौर में यह व्यवस्था है, तभी इंदौर देश में प्रथम स्थान पर है। सम्पत्ति कर के साथ, सफाई कर, प्रकाश कर आदि भी लिया जाता है, सफाई कर्मचारी तीन दिन में एक दिन आती है। लोगों ने कहा कि अब अलग से सफाई कर लिया जायेगा ऐसा कहा जा रहा है। इधर स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी है, प्रभारी फोन नहीं उठाते। कर्मचारी बताते हैं कि सामान ही नहीं है। यही हाल नल-जल योजना का है।

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