मुरैना। (अजय दंडोतिया की रिपोर्ट) मुरैना जिले से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित हंसराज का पुरा पोस्ट गोसपुर जनपद पंचायत मुरैना पूरे जिले का इकलौता ऐसे गांव है जहां लगभग 100 साल से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद भी आज तक पक्का रास्ता नहीं बना है। उक्त रास्ता गर्मियों में तो थोडा बहुत ठीक रहता है लेकिन बारिश के मौसम में यह रास्त पूरी तरह से बंद हो जाता है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के समय यदि गांव में किसी की तबियत खराब हो जाये तो उसे उपचार केन्द्र तक ले जाना पूरी तरह असंभव हो जाता है क्योंकि इस रास्ते से किसी भी तरह का कोई वाहन नहीं निकाला जा सकता। हैरानी की बात तो यह है कि इतने साल व्यतीत हो जाने के बावजूद भी आज दिनांक तक इस गांव की कोई सुध लेने वाला नहीं है। यहां न तो नेता आते हैं और ना ही प्रशासन का कोई भी अमला। एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि पिछले वर्ष बारिश के मौसम में ही एक बुजुर्ग की हालत गंभीर हो गई थी लेकिन बारिश के चलते रास्ता बंद होने के कारण उक्त बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। इसके बावजूद कोई भी प्रशासनिक व राजनैतिक दल वर्षों से चली आ रही रास्ते की समस्या को हल करने नहीं आया। इस संबंध में कई बार ग्रामीणों द्वारा आवेदन भी दिया जा चुका है लेकिन उक्त आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
गांव में आज तक नहीं पहुंची जननी एक्सप्रेस हंसराज का पुरा के ग्रामीणों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हमें गांव में रहते-रहते इतने साल हो गए लेकिन आज दिनांक तक प्रसूता को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एक भी जननी एक्सप्रेस का वाहन नहीं आया। इसका मुख्य कारण यह है कि वाहन के आने जाने के लिये कोई रास्ता ही नहीं है, गर्मियों के समय में तो ट्रेक्टर जैसे वाहन उक्त रास्ते से निकल जाते हैं लेकिन जैसे ही बारिश का मौसम होता है तो ट्रेक्टर भी उक्त रास्ते से नहीं निकल पाता। गांव की प्रसूताओं को स्वास्थ्य केन्द्र के लिऐ एक महीने पहले से ही शहर में आकर किराये से रहना पडता है। क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो प्रसूता की डिलेवरी के समय स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।

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