शिवपुरी। करैरा अभयारण्य सहित अंचल में खुलेआम जारी अवैध रेत उत्खनन और फर्जी रॉयलटी, फर्जी टोकनों पर सरकारी खजाने को लाखों रुपयों की प्रतिदिन चपत का मामला मध्यप्रदेश विधानसभा में गूंजने के बाद भी पनडुब्बी से रात दिन रेत खनन और डंपरों से सड़कों का मर्दन रुकने का नाम नहीं ले रहा। भिंड कलक्टर की इसी अवैध रेत खनन के फेर में विदाई होने के बाद मुरैना में आज 1 करोड़ से ज्यादा की रेत जब्त की गई लेकिन जिले में रेत का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा। अंचल में प्रशासन और स्थानीय पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है? आखिर क्यों इन टोकन काटने वाले गुंडों और ठेकेदार रेत के कारोबारी एसोसिएट पर 420 सहित सरकारी खजाने को रॉयल्टी नुकसान का अपराध पुलिस और जिला प्रशासन दर्ज नहीं करता। प्रदेश के मुख्यमंत्री के स्पस्ट आदेश होने और विधानसभा में स्थानीय विधायक द्वारा मामला उठाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, क्यों ? जबकि रेत मामलों से यहां की जग जाहिर बदनामी बीजेपी को आघात पहुंचा चुकी है। बावजूद इसके सरकारी राजस्व को भारी चपत लगाई जा रही है। यहां कल्याणपुर, मुंगावली रोड, करही रोड, जुझाई सड़क के रास्ते, दर्जनों ट्रेक्टर, डम्पर हर रोज, ओवरलोड होकर, अभ्यारण्य कानूनों सहित माइनिंग नियमों को धता बताकर अभयारण्य जैसे निषिद्ध एरिया से रेत माफिया, एनजीटी, सुप्रीमकोर्ट के निर्देशों को खूंटी पर टांगकर, यहां पनडुब्बी चलवा रहा है। ओवरलोड डम्परों ट्रैक्टरों, से करोड़ों की लागत से बनवाई आवागमन की सड़कें ओवरलोडिंग से पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं जिसमे आम जनता इसका संत्रास भोग रही है। पढ़ते रहिये मामा का धमाका डॉट कॉम की अच्छी और सच्ची खबरें। आपके पास भी कोई पोल खोल खबर हो तो बताते रहिये। हमारे एडिटर इन चीफ विपिन शुक्ला को मोबाइल 98262 11550 पर।

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