आधा सैकड़ा मरीजों की जांच कर दी गई दवाऐं
कोरोना के प्रति सावधान एवं सतर्क रहने की जानकारी प्रदान की
बच्चों को हर 6 महिने में एक बार कृमिनाशक का घोल एवं दवा अवश्य पिलाए एवं कुपोषण से बचाए: डा नीरज सुमन
गर्भवती माताए अपने आहार में हरी सब्जियां का अवश्यक प्रयोग करें एवं खून की कमी से बचे - प्रमोद गोयल
शिवपुरी। ग्राम नया बलारपुर के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के ग्राम वासियों को सेहतमंद बनाने के लिए शक्तिशाली महिला संगठन , महिला बाल विकास एवं राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम की टीम डा0 नीरज के नेतृत्व में नया बलारपुर स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र पर पहुंची । यहा चिकित्सक डा नीरज सुमन एवं उनकी टीम ने कुपोषण एवं खून की कमी से ग्रसित मरीजों के सेहत की जांच करते हुए रोगों से बचाव के तरीके बताए साथ ही शिविर में आए मरीजों को निशुल्क दवाऐं भी दी आज जांच शिविर में 50 बच्चों , 10 गर्भवती माताओं एवं 20 समुदाय की किशोरी बालिकाओं की जांच की गई जिसमें कि किशोरी बालिकाओं को एवं गर्भवती माताओं को अपने आहार में हरे पत्तेदार सब्जियां खाने की नसीहत शक्तिशाली महिला संगठन के प्रमोद गोयल ने दी उन्होने कहा कि किशोरी बालिकाए संस्था द्वारा मुहैया कराए गए सेनेटरी पैडस का उपयोग करें एवं आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चों एवं महिलाओं को जो भी सेवाए दी जा रही है उनका लाभ अवश्य लें किशोरी बालिकाए प्रति सप्ताह नीले रंग की आयरन फोलिक एसिड की गोली का सेवन अवश्य करें । शिविर में डा नीरज सुमन ने बच्चों की जांच उपरान्त उनके पालकों को बताया कि ज्यादातर बच्चों में भूख न लगना , वजन न वढ़ना ये समस्याए ज्यादा आ रही है इनसे बचने के लिए अपने 1 साल से 6 साल तक के बच्चों को कृमिनाशक का घोल एवं दवा का सेवन अवश्यक कराए एवं अपने बच्चों को कुपोषण से बचाए । देखने में आता है कि कृमिनाशक की वहज से बच्चे की बृद्धि रुक जाती है और वह धीरे धीरे खाना पीना छोड़ देता है और फिर कुपोषण की श्रेणी मे आ जाता है इससे बचने के लिए अपने बच्चो को आंगनवाड़ी केन्द्र पर लाए हर 6 माह में एक बार कृमिनाशक दवा का उपयोग कराए। कार्यक्रम में सुपोषण सखी श्रीमती सनवाई आदिवासी ने बताया कि समय समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच कराए जरा सी असावधानी सेहत के लिए नुकसान देह है उन्होने कहा कि कोरोना वायरस से बचने का सवसे बेहतर उपाय है जागरुकता । जब भी घर से बाहर निकले मास्क का उपयोग अवश्य करें तथा अपने हाथों को साबुन से बार बार धोते रहे अपने आस पास सफाई रखें। इस मौके पर आरबीएसके टीम से डा0 नीरज सुमन, शक्तिशाली महिला संगठन टीम से प्रमोद गोयल,साहब सिंह धाकड़, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रंजना सिकरवार, सहायिका अंगरी आदिवासी, सुपोषण सखी सनवाई, राजाबेटी, पपीता एवं गजरी आदिवासी के साथ किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की।

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