- एक मंच पर जुटे सुरों के 15 नवोदित कलाकार
- सैकड़ों लोग करते रहे वाह वाह, कर दिया कमाल
शिवपुरी। हम सभी जानते हैं कि किसी भी संस्था के पदाधिकारी लगातार बदलते रहते हैं। इन्हीं में से कुछ कार्यकाल सदियों तक याद रखे जाने के काबिल हो जाते हैं। ऐसा तब होता है जब कोई कुशल शिल्पी उस संस्था को अपनी सूझबूझ और साथियों के समन्वय से नई ऊंचाइयों तक ले जाता है। शायद रोटरी क्लब शिवपुरी भी इस दौर में ऐसे ही काबिल पदाधिकारियों के हाथों में है जिनके निर्णय नगर में चर्चा के वायस तो थे ही अब ग्वालियर से लेकर गुना सम्भाग तक यह क्लब वाह वाही बटोर रहा है। बात बीते रोज की है जब जलसा इन गार्डन में रोटरी सिंगिंग स्टार प्रतियोगिता आयोजित की गई।

यहां 215 प्रतिभागी सुरों का जादु बिखरने के लिये लालायित थे लेकिन उनमें से टॉप 15 का चयन 26 फरवरी के ग्रैंड फिनाले के लिये हुआ। बस फिर क्या था। ये सभी जब बारी बारी से मंच पर आए और सुरों की तान छेड़ी तो सुनने वाले वाह वाह कर दिया रोटरी ने कमाल कहते नहीं थके। इस प्रतियोगिता में एक छोटे से शहर अशोकनगर का छोटी सी उम्र का हिमांशु सिंह मेरे दिल ये बता दे तूू..गाकर सिंगिंग स्टार बना। उसने सुरों के ऐसे बंध बांधे की जज मोहपाश में बंधे नजर आए। लोग तालियाँ बजाते नहीं थमे। रोटरी सिंगिंग स्टार का भव्य ग्राड फिनाले से पहले 22 फरवरी को ऑडिशन शुरू हुए थे। जबकि रोटरी सिंगिंग स्टार का जादू 26 फरवरी की शाम अपने नाम कर गया। जलसा इन के भव्य परिसर में शानदार मंच पर स्थानीय और बाहर से आये भागियों ने अपने सुरों का जादू बिखेरा। 22 फरवरी के ऑडिशन में 215 प्रतिभागियों को ग्वालियर से आये म्यूजिक स्कूल के संचालक एवम संगीतज्ञ योगेश जैन ने अपने ज्ञान और अनुभव और मार्गदर्शन में 15 सबसे बेहतरीन प्रतिभागियों को चुना। इन सभी को तीन दिन की रिहर्सल कराकर उनकी प्रतिभा को तराशा।
परीक्षा थी कठिन, जज की माहिर तिकड़ी ने हर पहलू को परखा।
ग्रांड फिनाले में तीन जज आमंत्रित किये गए थे। इनमें सारेगामा 2019 की विजेता इशिता विश्वकर्मा, आगरा से डॉ. पंडित सदानंद ब्रह्मभट, इंदौर से अमन काजी जज थे। जिन्होंने एक एक बिंदु पर इन 15 गायक कलाकारों को परखा। इशिता ने गीत गाया तो तालियां देर तलक बजती रहीं।
भव्य मंच पर बिखेरा संगीत का जादू
सुरमई शाम रात की तरफ बढ़ने को बेताब थी लेकिन सुरों का तड़का लगा तो जैसे रात ठहर सी गई। कोई सुरों की मस्ती में झूमता दिखा तो कोई पल पल ताली बजाकर उत्साह बढ़ाता रहा।ये रहे मौजूद
जलसा इन के ग्रांड फिनाले में शहर के गणमान्य नागरिक, प्रमुख पत्रकार, लायंस क्लब सेंट्रल, साउथ व रोटरी के परिवारों की उपस्थिति में मंच से संगीत का जादू बिखरा। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन ग्वालियर के फारुख सिद्दीकी ने किया।
कठिन थी परीक्षा पास हुए ये प्रतियोगी
बेहद कठिन गीत प्रतियोगिता के बाद पूरी निष्पक्षता से जब जजों ने अपना निर्णय सुनाया तो अशोक नगर जैसे छोटे से शहर के हिमांशु प्रथम विजेता बने। उन्हें 51000 का पुरुस्कार मिला। दूसरे स्थान पर जयपुर के अनुभव सक्सेना रहे। इन्हें 31000 जबकि तीसरे स्थान पर अंकित सक्सेना और अनुष्का जैन के बीच टाई हुआ। तब जज ने दोनों से ही एक एक लाइन सांग सुनने के बाद तीसरे स्थान पर विजेता अंकित सक्सेना को चुना। अंकित को 21000 का पुरुस्कार मिला। इधर अनुष्का जैन को भी उनकी बेहतरीन गायकी की सराहना करते हुए 2100 रुपये की सम्मान राशि रोटरी क्लब की ओर से प्रदान की गई। शहर की एक
ओर बेहतरीन प्रतिभा दीपक योगी को भी प्रोत्साहन राशि के लिये 1100 रुपये व शिवांगी तोमर को भी डॉ. अलका त्रिवेदी ने 5100 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।
ओर बेहतरीन प्रतिभा दीपक योगी को भी प्रोत्साहन राशि के लिये 1100 रुपये व शिवांगी तोमर को भी डॉ. अलका त्रिवेदी ने 5100 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।
इन्होंने बढ़ाया मान
किसी भी कार्यक्रम में अतिथि चार चांद लगाते हैं। यहाँ भी अतिथि को आमंत्रित किया गया था। जिनमें शहरके लोकप्रिय पुलिस कप्तान राजेश सिंह चंदेल एवम आईटीबीपी से रघुवीर वत्स डीआईजी सिंग्नल ट्रेनिंग स्कूल और राजीव लोचन शुक्ल डीआईजी टेलीकॉम, एसडीएम शिवपुरी अरविंद वाजपेयी व शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी व समाजसेवी अरिवंद लाल दीवान भी उपस्थित रहे।
इन्होंने किया स्वागत
सभी अतिथियों का स्वागत रोटरी क्लब अध्यक्ष अमिताभ त्रिवेदी, सचिव विकास अग्रवाल व अन्य रोटरी सदस्यों ने किया। क्लब अध्यक्ष अमिताभ त्रिवेदी ने सभी सम्मानीय के प्रति अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर पूरे कार्यक्रम में मंच को भव्यता प्रदान करने के लिये आभार व्यक्त किया। साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये जन जन तक पहुचाने के लिये मीडिया व सभी स्पॉन्सर का आभार व्यक्त किया।
अंत में छा गई आतिश की बर्फी
कार्यक्रम के अंत में विशेष प्रस्तुति युवा कलाकर अतीश त्रिवेदी ने अपने सुमधुर बर्फी गीत से दी। जिसकी सभी उपस्थित जनों ओर जजेज ने भूरी भूरी प्रशंसा की। बता दें कि वे अमिताभ के सुपुत्र हैं और प्रतियोगिता में कहीं पिता की साख पर दाग न लग जाये इसलिए खुद को इस प्रतियोगिता से चाहकर भी दूर रखा। हम उनकी सोच और जिंदादिली की तारीफ करते हैं।

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