बहुमुखी प्रतिभा के धनी म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का पिछड़ा वर्ग महिला कांग्रेस ने मनाया जन्मदिवस
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का 74 वां जन्मदिवस महिला पिछड़ा वर्ग कांग्रेस शिवपुरी जिलाअध्यक्ष कु.शिवानी राठौर द्वारा अपनी महिला नेत्री कार्यकर्ताओं के साथ शिवपुरी के वृद्धआश्रम में जन्म दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया. कु. शिवानी राठौर ने दिग्विजय सिंह जी के बारे में परिचय देते हुए बताया कि 28 फरवरी 1947 को दिग्विजय सिंह जी का जन्म भारत की आजादी के पहले ब्रिटिश भारत के होलकर स्टेट के इंदौर शहर में हुआ था, जिसे वर्तमान में मध्यप्रदेश कहा जाता है. सिंह जी की माता एक गृहणी महिला थी, जबकि इनके पिता बालभद्र सिंह जी ग्वालियर राज्य के तहत आने वाले राघोगढ़ के राजा थे. इसे वर्तमान में मध्यप्रदेश के गुना जिले के नाम से जाना जाता है.।
इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इंदौर के डेली कॉलेज से पूरी की, जोकि काफी चर्चित पब्लिक स्कूल है. इसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए इंदौर के श्री गोविन्द्रम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एवं साइंस (एसजीएसआईटीएस) कॉलेज में प्रवेश किया. उन्होंने वहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी कर डिग्री हासिल की. इसके चलते पेशे से वे एक इंजिनियर भी हैं. जिस साल दिग्विजय सिंह जी का विवाह हुआ, उसी साल से इन्होने राजनीतिक की और कदम बढ़ाया. इनकी राजनीतिक शुरुआत राघोगढ़ नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बनने से हुई। दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में 1993 से वर्ष 2003 तक अपने पद पर रहे उनके कार्यकाल में मध्यप्रदेश में कई क्षेत्रों में विकास के मापदंडों को हासिल किया.
उन्होंने गांवों के गरीब लोगों को ताकत देने के लिए सत्ता की डिसेंट्रलाइजेशन की अवधारणा को लेकर आये. इससे 52,000 ग्राम सभा स्थापित हुईं और विभिन्न गतिविधियों को संभालने के लिए ग्राम सभा के लिए 8 स्थायी समितियां भी बनाई गई. सत्ता की डिसेंट्रलाइजेशन की अवधारणा को लाने के लिए उन्हें एवं उनके काम को काफी सराहा गया.
इनके कार्यकाल में मध्यप्रदेश में 26,000 से भी अधिक प्राथमिक स्कूल स्थापित किये गये. प्रत्येक गांव में 1 किमी की दूरी के अंदर प्राथमिक स्कूल एवं 3 किमी की दूरी के अंदर माध्यमिक स्कूल स्थापित किये गये थे. राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार सिंह के कार्यकाल के दौरान साक्षरता दर में 20.11% की वृद्धि हुई थी. यहाँ तक कि महिला साक्षरता में विकास दर 21% दर्ज की गई थी, उस समय राष्ट्रीय औसत 14 प्रतिशत था.
इन सब के अलावा राज्य में सन 1988 – 89 में 16% कुपोषित बच्चे थे, जोकि सन 2002 – 03 में कम होकर 2.92 % रह गए थे.
दिग्विजय सिंह ओडिशा, उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, असम, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गोवा में पार्टी के प्रभारी रह चुके हैं। खेल की बात करें तो उन्होंने क्रिकेट, हॉकी, स्क्वैश और टेनिस में इंदौर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया और सेंट्रल इंडिया स्क्वैश चैम्पियनशिप भी जीती। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर शशि राठौर, शिल्पी राठौर, निर्मला राठौर, अमन राठौर के साथ अन्य साथी कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें