रेडिएंट कॉलेज स्थापना दिवस पर ‘संवेदना एक अभियान’ की शुरुआत
शिवपुरी। रेडिएंट कॉलेज एवं दून पब्लिक स्कूल के स्थापना दिवस पर आयोजित ‘संवेदना एक अभियान’ की अध्यक्षता करते हुए सीआरपीएफ सीआईएटी के आईजी एमसी पवार का कहना था, ‘‘मेरी भी शिक्षा बांसखेड़ी जैसे छोटे गांव में हुई है। यदि आप में लगन है, तो छोटी जगह से भी बड़े पद पर पहुंच सकते हैं।’’ उन्होंने बांसखेड़ी प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट को सीआरपीएफ सीआईएटी केंपस में आमंत्रित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी स्टूडेंट किसी रोज केंपस में आएं और वहां की गतिविधियां देखें।’’ आईजी पवार ने रेडिएंट कॉलेज एवं दून पब्लिक स्कूल की सराहना करते हुए कहा, ‘‘रेडिएंट ग्रुप ने इस गांव में शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र में काम करने का जो संकल्प लिया है, वह सराहनीय है। इन नेक काम में सीआरपीएफ सीआईएटी की जो भी मदद होगी, हम देने के लिए तैयार हैं।’’ इस अवसर पर सीआरपीएफ सीआईएटी के आईजी एमसी पवार ने स्कूल के सभी बच्चों को शैक्षणिक किट का वितरण किया।
दून पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर डॉ. खुशी खान ने ‘संवेदना एक अभियान’ की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा, ‘‘बांसखेड़ी गांव की इस आदिवासी बस्ती में शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहद जरूरत है। इसी बात के मद्देनजर रेडिएंट कॉलेज एवं दून पब्लिक स्कूल ने इस क्षेत्र में काम करने का जिम्मा लिया है। अभियान की शुरुआत हम स्टूडेंट को शैक्षणिक किट, मास्क, साबुन और सेनेटाईजर वितरित करने से कर रहे हैं। हमारी कोशिश होगी कि इस क्षेत्र में एक एक्टिविटी पार्क बनाया जाए। जिसमें पेड़-पौधे, बच्चों के लिए झूले और मिनी लाईब्रेरी हो। ग्रुप हर महीने यहां आएगा और जरूरत के मुताबिक गतिविधियों का विस्तार किया जाएगा।’’ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंगद सिंह तोमर ने कहा, रेडिएंट ग्रुप ने अपने इस काम के लिए बांसखेड़ी स्कूल चुना, हम इसके लिए उनका धन्यवाद करते हैं। उनके इस काम से निश्चित तौर पर स्टूडेंट के शैक्षणिक विकास में मदद मिलेगी। समाजसेवी और पर्यावरणविद अशोक अग्रवाल ने कहा, रेडिएंट ग्रुप ने बांसखेड़ी जैसे छोटे गांव में जो शैक्षणिक और सामाजिक पहल की है, इस तरह की पहल शहर की और भी संस्थाओं को आगे आकर करना चाहिए। सीआरपीएफ सीआईएटी के आईजी एमसी पवार और कार्यक्रम में शामिल अथिति-गण ने बंधुआ मुक्ति मोर्चा कैंपस में फलदार और छायादार पौधे भी लगाए। कार्यक्रम में सीआरपीएफ के डिप्टी कमाडेंट अनिल कुमार, बांसखेड़ी गांव के सरपंच प्रेम सिंह रावत, सरदार हरभजन सिंह, बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संयोजक अब्दुल गफ्फार, भूपेन्द्र भटनागर, लेखक जाहिद खान, बांसखेड़ी प्राथमिक स्कूल का समस्त स्टाफ और रेडिएंट कॉलेज और दून पब्लिक स्कूल का समस्त स्टाफ और स्टूडेंट भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन और अतिथियों का आभार रेडिएंट कॉलेज के प्रबंधक अखलाक खान ने किया।

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