शिवपुरी। एक लंबे समय अंतराल के बाद आज फिर व्याख्याता (5500-9000) संवर्ग के हितार्थ कुछ करने का बीड़ा मुकेश शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ म.प्र. एवम विवेक श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष, समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ म.प्र. ने उठाया है। दोनों ने कहा कि इस बार हमारी बरसों पुरानी माॅंग क्रमोन्नत व समयमान में प्रथम उच्च वेतन प्राचार्य उमावि (8000-13500) को दिये जाने की मांग है। सारे प्रयासों के बावजूद शासन स्तर से कोई विशेष कार्यवाही ना होने से अब हमें न्यायालय की शरण में जाना आवश्यक हो गया। इसी को ध्यान में रखते हुए ये सारी तैयारी की गई है। प्रथम स्तर पर पूरी तैयारी हो गयी है। द्वितीय स्तर पर हमें उन लोगो का साथ चाहिये जो इस लड़ाई में हमारे साथ खड़े होना चाहते है। इस संबंध में एक प्रपत्र में सम्पूर्ण जानकारी मय आवश्यक आदेशों के उपलब्ध कराना जरूरी होगा। यहाॅं एक बात कहना आवश्यक है कि जो न्याय माॅगेगा, न्याय उसी को मिलेगा। इसी आधार पर कोर्ट अपने आदेश जारी करती है। इसलिये जितने भी लोग इस केस में शामिल होंगे निर्णय के हकदार होंगे। इस कार्य के लिये समय सीमा अधिकतम 5-7 दिवस है। एक बार केस लगने के बाद नाम जुड़वाने की पूरी प्रक्रिया अलग से करनी पड़ती है। अतः आप अपनी सहमति के साथ समस्त जानकारी हमें समय सीमा में उपलब्ध कराये। कोर्ट केस में लगने वाले व्यय की जानकारी जल्द ही आपको दी जायेगी। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि जितने अधिक लोग होंगे प्रति व्यक्ति व्यय उतना कम आयेगा। मुकेश ने ज्योत्स्ना गुर्जर का मोबाइल नम्बर (942548326) जारी करते हुए सभी साथियो से अनुरोध किया है कि प्रथम क्रमोन्नत वेतनमान व प्रथम समयमान वेतनमान 15600-39100(ग्रेड पे 5400) तथा द्वितीय क्रमोन्नति व द्वितीय समयमान 6600 ग्रैड पे और तीसरा समयमान 7600 ग्रैड पे हेतु माननीय उच्च न्यायालय में केस लगाया जा रहा है जो भी साथी इसमें जुड़ना चाहते है सहमति प्रदान करें और अपनी जानकारी ज्योत्स्ना को उपलब्ध कराएं। संगठन की ओर से केस लगाने में कोर्ट फीस का भार अधिक है। अतः मिलकर याचिका दायर कर रहे है, कोर्ट केवल याचिका में सम्मिलित लोगो के लिए आदेश करेगा। अतः सभी से इस याचिका में सम्मिलित होने का अनुरोध है। 7 फरवरी 2021 तक ये डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराने का अनुरोध है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस याचिका में सम्मिलित होने तैयारी करें। ज्यादा लोग होंगे तो फीस का व्यय भार कम से कम होगा। यह बात मुकेश शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ म.प्र. ने कही।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें