श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान का महत्व बताया
बामौरकलां। ( संतोष खबरदार की रिपोर्ट) श्री अतिशय युक्त पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पीपल चौक में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान जो की स्थानीय समाज द्धारा श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान का आयोजन आर्यिका मां विज्ञान मति माता जी ससंघ के सानिध्य में किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत आयोजित दिनांक से विशेष भक्ति भाव से स्थानीय व क्षेत्रीय तथा बिभिनन प्रदेशों , शहरों से धर्मावलंबियों द्धारा इस विधान में भाग लेकर सिद्ध भगवान की आराधना कर पूजन व आर्यिका मां के धर्मोपदेश सुन कर सांयकालीन महाआरती में शामिल हो रहे हैं। इस अवसर पर स्थानीय पाठशाला की बहनों ने नाटिका के माध्यम से झूठ का परिणाम बताया। जिससे उसके परिणाम पर प्रभाव तथा मौनू जैन व पार्टी टीकमगढ़ ने सिद्ध चक्र महा मंडल बिघान द्धारा उसके गंदोधक लगाने से राजा श्री पाल व उनके साथ सात लोगों का कुष्ठ रोग का निवारण हुआ था। जिस हेतु श्रीपाल मैना सुंदरी का बहुत ही सुन्दर तरीके से किया गया। जिसमें उनके साथ स्थानीय समाज कलाकार पूर्व जैन समाज अध्यक्ष सुमंत प्रकाश सिंघई व उनकी घर्म पत्नी श्रीमती अंगूरी बाई उम्र65 बर्ष ने सफल मंचन किया। इस अवसर पर शादी पश्चात विदाई के मार्मिक द्रशय पर उपस्थित लोगों के आंसू छलक पड़े तथा भगवान के गंदोधक के प्रभाव से पुनः रूप वान काया बन गई।

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