- मतदाता बोले 'हम साइलेंट किलर', 'वक्त आने पर करेंगे तय, किसको देना वोट'
शिवपुरी। आ देखें जरा किसमें कितना है दम। तीर निशाने पर बैठा तो नपा परिषद शिवपुरी के अध्यक्ष की ताजपोशी महल के अशीर्वाद से तय होगी। लेकिन खबर यह है कि नपा की सीट महिला के लिये तय होने के बावजूद खड़ाऊ राज की तैयारी करती नजर आ रही है। ऐसा इसलिये की घर तक सीमित महिलाओं के पति अध्यक्ष की दावेदारी जता रहे हैं। यह हालत बीजेपी में ही नहीं बल्कि कोंग्रेस में भी है। हालांकि दोनों ही दलों में इक्का दुक्का सही लेकिन सेल्फ डिपेंड नेत्री हैं जिनकी काबलियत समय समय पर प्रदर्शित होती रही। इन पर आला नेताओ की नजर जाएगी या नहीं यह तो पता नहीं लेकिन फिलहाल कुछ नेता पति कमर कसकर टिकिट की जुगत में जुटे हुए हैं। बीजेपी की बात करें तो मंत्री यशोधरा राजे के पिछले कुछ दौरों पर पुराने और नए चेहरे उन्हें जिले के बॉर्डर पर लेने आते जाते रहे हैं।
लगेगा सिंधिया का दरबार
अब राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का रात्रि विश्राम जल्द ही बॉम्बे कोठी पर होना है। वे सुबह जन संवाद करेंगे ऐसे में नपाध्यक्ष टिकिट के दावेदार छतरी पर कूच करेंगे इसके आसार नजर आ रहे हैं। ऐसे में साफ है कि महल से टिकिट तय होगा। 'बुआ' टिकिट देंगी या 'भतीजे' यह वक्त के गर्त में है। बता दें कि महल के टिकिट पर एक समय निर्दलीय प्रत्याशी जगमोहन सेंगर की कुर्सी भारी पड़ी थी। यह सभी जानते हैं इसीलिये कुछ लोग दम मारो दम के प्लान में भी हैं। उन्हें लग रहा है कि जनता का मूड फिर वैसा हुआ तो बाजी हाथ आ सकती है। इसलिए बगावत का उमीदवार भी समर में उतरेंगे।
सवाल वही 2 लाख आवादी में क्या योग्य महिला नहीं ?
कई नाम दौड़ में हैं। कुछ खुलकर आशीर्वाद मांगने लगे तो कुछ पिछले दरवाजे से टिकिट की प्रत्याशा में हैं। वो लोग ज्यादा हैं। जिनकी पत्नी दहलीज तक नहीं लांघी। घूंघट से लेकर ठसक और रूखेपन के मिजाज की धरोहर हैं। वाबजूद इसके लोग टिकिट मांग रहे हैं। जिसे देखकर लगता है कि नपा की सीट पर खड़ाऊ राज चलेगा। उस पर भी बीजेपी का कमल न खिला तो ? नगर के विकास की गाड़ी थमने के आसार हैं! हालांकि इस बात की फिक्र किये बिना जो नेता चुनावी समर में हैं।
वे साम, दाम, दंड, भेद की राजनीति करते दिखाई दे रहे हैं।

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