
कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने निर्देश दिये है कि मुरैना से सबलगढ़ तक 69 किलोमीटर चंबल मुख्य दायनी नहर पर सीसी रोड़ का निर्माण पूर्व में कराया गया था, इस रोड़ पर बसों में क्षमता से अधिक सवारियां भरने पर दो बसों को देवगढ़ थाने में रखा गया है। इसके अलावा इस रूढ़ पर 13 बसे और चल रहीं थी। इसके लिये कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय के लिये बसों का आवागमन बंद कर दिया जाये। आवश्यकता हो तो 13 बसों के परमिट निरस्त कर दिये जायें और मिनी बस, टेम्पू के परमिट जारी किये जायें, जिससे यात्रियों का आवागमन में बाधा उत्पन्न नहीं हो। उन्होंने कहा है कि चंबल दायनी नहर पर मैटल व्हीम क्रेस बेरियर का प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी तैयार कर मेरे माध्यम से शासन को भेजा जाये। इस रूढ़ पर 14 से 15 मैटल व्हीम बेरियर 4 से 5 किलोमीटर के दूरी पर लगा दिये जायें, जिससे ओवरलोडिंग सवारियां लेकर बसों में यात्रा न कर सकेें। इसके अलावा जिले में अन्य नहरों की पगड़डियों पर चलने वाली बसों की भी निगरानी की जाये।
जिले में 1 हजार बसों का परमिट जारी
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अर्चना परिहार ने बताया कि जिले में 1 हजार 1 बसों के परमिट जारी है, जिसमें अधिकतर 500 बसें मुरैना-ग्वालियर रूढ़ पर संचालित है। इसके लिये कलेक्टर कार्तिकेयन ने निर्देश दिये कि बस मालिकों की अगले दिन बैठक बुलाई जाये और उनको स्पष्ट रूप से निर्देश दिये जाये कि बस मालिक अपने-अपने बसों के फास्ट टैग अवश्य करा लें। बस मालिक फास्ट टैग नहीं लगवाते है और किसी कारण लाइन में लगकर टोल प्लाजा पर खड़े होते है तो उन बसों के परमिट निरस्त किये जायें।

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