शिवपुरी। प्रदेश के हॉट स्पॉट लिस्ट में पहला नम्बर इंदौर, दूसरा भोपाल, तीसरा जबलपुर का है। फिर चौथे पर ग्वालियर आ खड़ा हुआ है लेकिन शिवपुरी ने मुरैना को पीछे छोड़ते हुए रेटिंग में बढ़त बनाते हुए 15 वे क्रम पर जगह बना ली है। जिसे देखकर कहा जा सकता है कि शिवपुरी हॉट स्पॉट की तरफ तेजी से बढ़ रही है। चार दिन से लगातार मरीज सामने आ रहे हैं। 23, 23, 17 के बाद मंगलवार को 13 मरीज बताए जा रहे हैं। यानी जिले में अब तक हर तहसील और नगर में मिल रहे मरीजों से यह साफ हो गया है कि कोरोना गया नहीं, मौजूद है लेकिन स्वास्थ्य महकमे ने सेम्पल न लेकर लापरवाही बरती है। वह तो भला हो कलक्टर अक्षय सिंह का जिन्होंने कुछ हद तक सेम्पल बढ़वाए। हालांकि अभी भी बड़े स्तर पर सेम्पलिंग की दरकार है। जिससे समय रहते कोरोना पर काबू पाया जा सके। देखिये लिस्ट।
न कंटेंट जॉन, न रोक, मीडिया से पर्देदारी
स्वास्थ्य महकमा पॉजिटिव मरीजों के मामले में कलक्टर के निर्देश का पालन तक नहीं कर रहा। कलक्टर ने क्राइसिस बैठक में कहा था कि मरीजों को चिन्हित करने सायरन वाले वाहन जाया करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। जिससे मरीजों के परिजन आम लोगो के बीच देखे जाते हैं। यदि मीडिया पॉजिटिव नाम लोगों को सतर्क करने सामने लाती है तो स्वास्थ महकमे के अधिकारी पर्देदारी करते हैं। मंगलवार को देर रात तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई।
लोग बोले सामने लाये नाम
इधर नगर के जागरूक लोगों ने कहा कि पॉजिटिव लोगों के नाम सामने लाये जाने चाहिये। जिससे उनकी हम मदद कर सकें। एक अच्छे पड़ोसी होने का फर्ज उनकी मदद कर के निभा सके। साथ ही उनके संपर्क से लोगों को समझाइश भी दी जा सके।
किट में पॉजिटिव, मेडिकल रिपोर्ट में निगेटिव
इधर रिपोर्ट भी सवालों के घेरे में बताई जा रही है। कुछ मरीज लाल पीले होते दिखे। उन्हें गुस्सा इस बात पर था कि अस्पताल की किट पर पॉजिटिव लेकिन मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट ने निगेटिव निकले।
वैक्सीन लगी अब पॉजिटिव, फिर भी नहीं ले रहे सेम्पल
इधर बामोरकला इलाके में एक डॉक्टर पॉजिटिव आये हैं। उन्होंने 17 मार्च को वैक्सीन लगवाई। यह तो कोई बात नहीं क्योंकि दूसरे डोज के बाद तय समय लगता है तो कोई चोंकाने वाली बात नहीं लेकिन उक्त व्यक्ति के परिजनों के सेम्पल तक स्वास्थ्य विभाग ने नहीं करवाये। हर स्तर पर लापरवाही नजर आ रही है।

कुछ लापरवाही जनसामान्यकी ओरसे भी हो रही है. मा्क, दो गज दूरी और सेनिटाइजरका प्रयोग एक आदत बन जाना चाहिए जैसे रोज मंजन.
जवाब देंहटाएंकुछ लापरवाही जनसामान्यकी ओरसे भी हो रही है. मा्क, दो गज दूरी और सेनिटाइजरका प्रयोग एक आदत बन जाना चाहिए जैसे रोज मंजन.
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