(अजय दण्डौतिया की रिपोर्ट)
मुरैना। एक ओर जहां सरकार द्वारा गांव-गांव में ग्रामीणों को पानी मुहैया कराने के लिये पूरा प्रयास किया जा रहा है वहीं मुरैना में पीएचई विभाग द्वारा इस नलजल योजना को पूरी तरह ठप्प किया जा रहा है। विभाग द्वारा ठेकेदार से सांठगांठ करके पूरी योजना को ही ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। न तो कार्य प्रगति पर है और ना ही ग्रामीणों को पानी मुहैया हो पा रहा है। इस पर भी मजे की बात तो यह है कि नलजल योजना की झूठी रिपोर्ट विभाग द्वारा पहुंचाई जा रही है जिसमें कहा जा रहा है कि नलजल योजना का कार्य प्रगति पर है लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। इस योजना का कार्य प्रगति पर तो क्या प्रगति की राह पर भी नहीं है। इसके अलावा नलजल योजना में पाईप खरीदी में भी ठेकेदार और पीएचई विभाग ने मिलकर एक बडे घोटाले को अंजाम दिया है।
जानकारी के अनुसार शासन द्वारा प्रत्येक गांव के घर में पानी पहुंचाने के लिये नलजल योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत टेण्डर प्रक्रिया करके कार्य ठेकेदार को सौंपे गए थे। लेकिन टेण्डर प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी ठेकेदारों द्वारा उक्त योजना के तहत कार्य पूरा नहीं किया गया है। कई गांवों में तो हालात यह हैं कि ठेकेदार द्वारा पाईप लाईन के लिये गड््डे खोद दिये गए हैं लेकिन पाईप नहीं डाले, कई जगह पाईप तो पहुंचा दिये हैं लेकिन गड््डे नहीं खोदे गए हैं। इसका प्रमाणिक मामला मुरैना जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्रामी ऐंती का है जहां पर इस नलजल योजना की धज्जियां उडती साफ देखी जा सकती है। वहां के ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा पिछले 6 महीने से यह कार्य नहीं किया गया है। हां केवल 15 दिन के लिये ठेकेदार द्वारा यहां पर कार्य कराया गया जिसमें उसने गड््डे खोदे और पाईप लाकर यहां पर रख दिये बस उस 15 दिन के बाद से आज लगभग 6 महीने पूरे होने जा रहे हैं परन्तु न तो ठेकेदार काम को पूरा करने आये और न ही गांव के सरपंच सचिव द्वारा इस ओर कोई ध्यान दिया जा रहा है। उक्त योजना का कार्य समय पर पूरा कराने की जिम्मेदारी पीएचई विभाग की थी जिसमें इंजीनियर द्वारा समय-समय पर जाकर गांव का भ्रमण करके नलजल योजना की प्रगति की रिपोर्ट विभाग को प्रस्तुत करना होती है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। ठेकेदार द्वारा विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर ली गई है और यही वजह है कि इस योजना को पूरी तरह से पलीता लगाया जा रहा है।
हेण्डपंप पर दबंगों का कब्जा
ग्राम ऐंती में एक तरफ तो नलजल योजना का कार्य पूरी तरह से बंद पडा हुआ है और दूसरी तरफ गांव के हेण्डपंप पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। गांव के ही एक ग्रामीण ने बताया कि गांव में लगभग 6 से 7 हेण्डपंप हैं और उन हेण्डपंपों पर सरपंच सचिव की सहमति से गांव के दबंगों ने मोटर डाल ली है जिससे हमें पानी नहीं मिल पा रहा है। इस बात की शिकायत कई बार सरपंच से की लेकिन उक्त दबंग लोग सरपंच व सचिव के चहिते होने के कारण किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है और हमें पानी भरने के लिये लगभग 1 किलोमीटर दूर जाना पडता है जिससे हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
6 महीने से अधूरा पडा कार्य
शासन द्वारा चलाई जा रही नलजल योजना के तहत प्रत्येक गांव में लोगों को पानी मुहैया करना का कार्य किया जा रहा है लेकिन ग्राम ऐंती में यह कार्य लगभग 6 महीने से अध्ूारा पडा हुआ है। ठेकेदार द्वारा पानी के पाईप के लिये कुछ जगह गड््डे तो खोद दिये हैं लेकिन उनमें पाईप नहीं डाले गए हैं। कई महीने बीत जाने के बाद खोदे हुए गड्््डे भी अब भरने लगे हैं और पाईप लाईन भी जस की तस रखी हुई है लेकिन कार्य अभी तक चालू नहीं किया गया है। इस बात की जानकारी कई बार सरपंच सचिव को भी ग्रामीणों द्वारा दी जा चुकी है लेकिन अपनी अंधी कमाई में जुटे सरपंच सचिव इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सीएम हेल्पलाईन की शिकायत में दी झूठी जानकारी
ग्राम ऐंती में नलजल योजना के संबंध में की गई एक शिकायत की जानकारी पीएचई विभाग द्वारा पूरी तरह से झूठी दी गई। शिकायत इस प्रकार थी कि ग्राम ऐंती में नलजल योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने का कार्य पिछले 6 महीने से बंद पडा हुआ है जिसके कारण ग्रामीणों को पानी के लिये दूर जाना पडता है। इस पर पीएचई विभाग द्वारा शिकायत के समाधान में जबाव भेजा गया कि कार्य प्रगति पर है जल्द ही ग्रामीणों का पानी मिल जायेगा। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। पीएचई विभाग ने सीएम हेल्पलाईन में पूरी तरह से झूठा जबाव भेजा कि कार्य प्रगति पर है जबकि ग्रामीणों के मुताबिक वहां पर नलजल योजना का कार्य पिछले कई महीनों से बंद पडा हुआ है।

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