दिल्ली। किसी भी वकील के लिए, अदालत द्वारा उनके काम की सराहना सबसे बड़ी उपलब्धि तब मानी जाती है जब आप अपने काम की खातिर न सिर्फ कोर्ट के अंदर बल्कि बाहर भी सराहे जाएं। अपना नाम राष्ट्रीय टेलीविज़न के विदाई भाषण में सबसे प्रतिष्ठित न्यायविदों में से एक के द्वारा संदर्भित किया जा रहा हो, तब खुशी का आनंद कई गुना बढ़ जाता है। यही सराहना शिवपुरी के काबिल, होनहार और छोटी सी उम्र में कमाल कर दिखाने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील निपुण सक्सेना की हुई है। माननीय न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा ने छोटे पर्दे पर उनकी प्रशंसा की। यह हमारे सब के लिये गौरव की बात है। इसे लेकर निपुण सक्सेना ने अपने विचार रखते हुए कहा कि
माननीय न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा को जानने वाले व्यक्ति यही कहेंगे कि बार के एक सदस्य के रूप में, उन्होंने एक उत्कृष्ट वकील के सभी गुणों का उलेख किया था। वाक्पटु पाठक, प्रखर वकील और संक्षिप्त। भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में उनकी छवि उन न्यायाधीशों में शामिल होगी जिन्होंने कानून के विकास में अपना जीवन व्यतीत किया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार से उच्च पद पर आसीन होने वाली दूसरी महिला जज के रूप में, AOR परीक्षाओं में मेरिट होल्डर, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नामित वरिष्ठ वकील और वाणिज्यिक मध्यस्थता और संवैधानिक कानून में विशेषज्ञता के साथ, न्यायमूर्ति मल्होत्रा ने अपने निर्णयों के माध्यम से हर व्यक्ति को छुआ है । उनके द्वारा सराहा जाना मेरे लिए अत्यंत गौरव की बात है। न्यायालय के बाहर सराहना और भी विशेषकर है क्योंकि संबोधन स्वयं न्यायमूर्ति मल्होत्रा का था। देखिये वीडियो।

निपुण के बारे मैं जितना भी बोल जाए कम है शिवपुरी का गौरव है निपुण st. Charles ka गौरव बढ़ाया ।मेने हमेशा उसको EXTRA NIPUN ही बुलाया था ।।।शाबाश निपुण।।।।
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