तस्वीरों में देखें लट्ठमार होली
बरसाने की रंगीली गली में नंदगांव के हुरियारों की ढाल पर बरसीं प्रेम रस से भीगी लाठियां
बरसाना। वृषभान नंदनी राधारानी की जन्मस्थली बरसाने की रंगीली गली में मंगलवार को नंदगांव के हुरियारों ने जमकर रंग-अबीर और गुलाल की वर्षा की। हुरियारे वाद्य यंत्र एवं होली गीतों के साथ फागुन की मस्ती में आए और चहुंओर सांवरे कान्हा का रंग दिखने लगा। यहां भक्ति और प्रेम उस समय चरम पर पहुंच गया जब राधारानी की सखियों ने हुरियारों की ढाल पर प्रेम रस से पगी लाठियों से ताबड़तोड़ प्रहार किए। समूची रंगीली गली लाठियों की तड़ातड़ आवाज से गुंजायमान हो गई। देश विदेश से आये भक्त राधारानी की जय, नंद के लाला की जय के जयकारे लगाने लगे। यहां की रंगीली गली में फाग की करीब 450 वर्ष पुरानी परंपरा को जीवंत करते हुए हुरियारिन सांखी के गीत...सुनो नंद के नंदा तुम कारे कौन के छईया.. गाते हुए नाचती झूमती रहीं। हुरियारे (सखा) भी गली में अबीर गुलाल उड़ाते हुए मस्ती में हुड़दंग के साथ फाग खेलन बरसाने में आए हैं नटवर नंद किशोर जैसे पद गाते हुए चल रहे थे। सुंदर और सजी-धजी महिलाएं कृष्ण भक्ति के रंग में सराबोर नजर आ रहीं थी। यहां का कण-कण जैसे गिरधर के रस रंग में भीगा हुआ था। आसमान में उड़ते अबीर गुलाल ने संपूर्ण माहौल को कई रंगों से ढक दिया। सजधज कर आई हुरियारिनें सखी भागन ते फागुन आयौ, होरी खेलूंगी श्याम संग आज.. जैसे गीत गा रहीं थीं। वहीं गली में एक छोर से नंदगांव के हुरियारे कह रहे थे कि कोई बुरा न मानो आज ब्रज होरी है।
यशोदा मैया से होली खेलने की मांगी अनुमति
इससे पहले मंगलवार सुबह नंदगांव में भगवान श्रीकृष्ण के सखाओं (हुरियारों) ने मंदिर में जाकर श्रीकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष माता जशोदा से बरसाने जाकर होली खेलने की अनुमति मांगी। पारंपरिक वेशभूषा मे सजे हुरियारे मंदिर से श्रीकृष्ण की प्रतीक झंडी को लेकर बरसाना स्थित प्रिया कुंड पहुंचे। यहां उनका बरसाने वालों ने भांग ठंडाई पिलाकर स्वागत किया। लट्ठमार होली से पहले कस्बे के गोस्वामी समाज ने आयोजन स्थल पर रसिया गाए।
बरसाने की गोपियों से हारे नंदगांव के हुरियारे
बरसाना की गोपियों से जब नंदगांव के हुरियारे हार गए तो गोपियां कहने लगीं लाला फिर अईयो खेलन होरी। अंत में दोनों पक्षों ने लाडली लाल की जयकारे बोलकर होली का समापन किया। हुरियारे नंदगांव के लिए प्रस्थान कर गए। वहीं बरसाने की हुरियारिनें अपनी जीत की सूचना देने होली के रसिया गाती हुई लाडलीजी मंदिर पहुंची। (साभार)

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