शिवपुरी। पेयजल के स्थायी समाधान के लिये जल संरक्षण जरूरी है। वाटर हार्वेस्टिंग अपनाना आवश्यक है तो उतना ही जरूरी है नगर में बेकार बहते पानी की बचत करना फिर चाहे खुले नलकूप से कटियाँ भरने के दौरान फैलने वाला पानी हो या मड़ीखेड़ा के पानी को बेकार फैलने से रोकने के जतन। यह इसलिये जरूरी है कि जल संरक्षण के परिणाम बेहतर मिल सकें।
कल हमने आपको करौंदी में मड़ीखेड़ा के पानी की सड़क पर बर्वादी दिखाई थी। आज उसी इलाके के कुछ दूरी पर मड़ीखेड़ा की सप्लाई के दौरान पिछले 15 दिनों से लगातार पानी बहता देखा जा रहा है। यह व्यवस्था का दोष है। वह भी वहां जहां सीएमओ गोविंद भार्गव और पूर्व नपाध्यक्ष ऋषिका अस्थाना का निवास है। मड़ीखेड़ा के प्रभारियों को इन दोनों का भी डर नहीं शायद यही कारण है कि यहाँ लगातार पेयजल की बर्वादी होती दिख रही है। देखिये वीडियो।
यहां बूंद बूंद को तरस रहे लोग
एक तरफ पानी की बर्वादी तो दूसरी तरफ लोग बूंद बूंद पानी को परेशान। यही हाल वार्ड 39 के हिस्से का है। यहां राम स्टील के पीछे रहने वाले लोगों का कहना है की उन्हें पानी नहीं मिल रहा। नलकूप है नहीं मड़ीखेड़ा लाइन नहीं बिछाई गई और नपा टैंकर तक नहीं भेजती। प्यास कैसे बुझे।
कलक्टर की मंशा भविष्य सुखद हो
इधर कलक्टर अक्षय कुमार नगर की पेयजल समस्या को लेकर संजीदा हैं उन्होंने तेजी से बड़ा अभियान जल संरक्षण को लेकर चलाने की बात कही। यह भविष्य सुखद करने वाला कदम है। इधर लोगों ने कहा कि इसके साथ नपा के मड़ीखेड़ा अमले को टाइट कर के बेकार बहते जल को रोकना चाहिये। लीकेज बन्द होंगे तो लोगों तक पानी पहुंचेगा।
कनेक्शन अनिवार्य कीजिये
नगर के कई ईलाको में मड़ीखेड़ा पहुंच चुकी। जहां पानी बगेर टिल्लू 2 मंजिल चढ़ रहा लेकिन लोग तब भी मनमानी करते हुए मड़ीखेड़ा का कनेक्शन नहीं ले रहे ऐसे लोगों पर सख्ती की जाए और नल के नए कनेक्शन मड़ीखेड़ा लाइन से दिया जाए। इन इलाकों को चिन्हित करना पड़ेगा।

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