कोरोना काल में बलिदान देने वाले रेलकर्मियों के परिजनों को नौकरी एवं मुआवजा प्रदान किया जाए: ज्योतिरादित्य सिंधिया
राज्यसभा में शुक्रवार को कोरोना महामारी के दौरान जान गंवाने वाले रेलकर्मियों का मामला सांसद श्रीमन्त ज्योतिादित्य सिंधिया ने उठाया। श्री सिंधिया ने रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से इस विषय पर सवाल किया कि कोविड महामारी में रेल परिवार के कर्मचारियों में से 700 लोगों ने जान गंवाई है। उन्होने कोरोना वाॅरियर की भूमिका निभाते हुए जान दी क्या इनके परिजानों को सहायता राशि रेल मंत्रालय ने दी है। सबसे ज्यादा बलिदान इन लोगों ने दिया है। रेलकर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि वह अपने कर्तव्य निर्वहन के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं
रेल मंत्री श्री पियूष गोयल ने कहा कि कई साथियों ने कोरोना के समय में डयूटी करते जान भी गंवाईं। कोरोना काॅल में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के लिए रेलवे की एक सुगठित व्यवस्था है। इसी के हिसाब से मुआवजा और परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाती है। सातवें वेतन आयोंग के तहत मुआवजा राषि भी काफी बढ़ गई है। रेलवे कर्मचारियों के वैक्षीनेषन का काम सभी प्रमुख अस्पतालों में इसका काम चल रहा है। सभी को वैक्सीनेट किया जा रहा है, अब सरकार और विचार करके जैसे-जैसे 60 साल की उम्र में रिययत देगी, फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाहर के कर्मचारियों का वैक्सीनेषन भी कराया जाएगा। इसके साथ ही करोना कल में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिजनों में भी जो योग्य होगे उन्हे अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाएगी।
(विजय शर्मा शिवपुरीं मध्यप्रदेश)

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें