भोपाल। महानगर में विधायक विश्राम गृह खण्ड 3 के सामने स्थित कात्यायनी पीठ (मंदिर) के महंत ओमानंद के परिचय पत्र यानि आईसी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।
महंत ओमानंद को परिचय पत्र में मध्यप्रदेश शासन के आपदा प्रबंधन विभाग का नोडल अधिकारी बताया गया है। जिसे लेकर बातों का बाजार मुरैना में गरम है क्योंकि महंत मूल रुप से मुरैना के रहने वाले हैं। लोगों को यह समझ में नही आ रहा है कि यह राजनीतिक नियुक्ति है अथवा शासकीय सेवक की। उक्त परिचय पत्र गृह विभाग के उप सचिव द्वारा जारी किया गया है। इस हैसियत से महंत जी को सरकार द्वारा क्या क्या सुविधा, वेतन भत्ते दिए जा रहे हैं? यह जानने की जनता में उत्सुकता है।
वर्तमान में जहां भाजपा कार्यकर्ता सरकारी उपक्रमों में नियुत्तियों में बॉटी जाने वाली रेवड़ियों का बेसब्री से इन्तजार कर रहे हैं वहीं इस तरह की नियुक्ति का परिचय पत्र देखकर लोग कह रहे हैं कि पार्टी उनकी सुध कब लेगी।
हरिओम पुरी थे महंत
महंत मूल रूप से मुरैना जिले के निवासी हैं। पूर्व में इनका नाम हरिओम पूरी था और वह मुरैना नगर निगम द्वारा देवरी में संचालित गौ शाला की देखरेख करते थे।बाद में अपना नाम बदलकर ओमानंद कर लिया और भोपाल के विधायक विश्राम गृह के सामने स्थित कात्यायनी शक्तिपीठ के महंत बन गये। अभी कुछ दिन पूर्व नियुक्ति सम्बन्धी उक्त परिचय पत्र देखने में आया है। इस नियुक्ति को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
मुरैना आकर करता हूँ बात
इस बारे में महंत से बात की गई पूछा कि उनकी नियुक्ति कैसे क्या हुई। तो उनका कहना है कि जल्द ही मुरैना आकर बात करता हूँ। कुलमिलाकर यह मामला खूब चर्चाओं में घिर गया है।

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