भोपाल। प्रदेश में शादियों पर छाया संकट सीएम शिवराज ने दूर करने का निर्णय लिया है। शादियां हों या नहीं कलेक्टर निर्णय लेंगे। सीएम शिवराज ने कहा- यह आपातकाल है, प्रशासन से अनुमति लेकर सीमित संख्या में वैवाहिक कार्यक्रम हों। इधर कलेक्टरों की अपील- है कि शादियों की तारीख आगे बढ़ाएं।
मध्य प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 82 हजार के पार हो चुकी है। इस बीच अप्रैल में अब 25 और 26 अप्रैल को शादियों के शुभ मूहूर्त हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह आपातकाल है। वैवाहिक कार्यक्रम सीमित संख्या में घर में ही करें, लेकिन इसके लिए शासन-प्रशासन से अनुमति लें। शादियों के लिए अनुमति देने का अधिकार सरकार ने कलेक्टरों काे दिया है। वे क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ चर्चा करके निर्णय लेंगे। छत्तीगढ़, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में शादियों की अनुमति को लेकर सरकार ने निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने शर्तें तय की है, जबकि मध्य प्रदेश में कलेक्टरों पर निर्भर है कि वे वैवाहिक कार्यक्रमों की अनुमति दें या नहीं।
दूसरे राज्यों में शादियों के लिए गाइडलाइन
छत्तीसगढ़ - विवाह घर में करने की शर्त पर अनुमति। 10 लोग रह सकेंगे।
दिल्ली - बंद हॉल में 50, जबकि खुली जगह में 200 लोगों को अनुमति।
उत्तर प्रदेश - खुली जगह 200 और बंद हॉल में 100 को अनुमति।
बिहार, राजस्थान, ओडिशा - 200 लोग शामिल हो सकते हैं।
महाराष्ट्र - 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति।
28 में से विवाह के लिए उपयुक्त नवंबर-दिसंबर के 9 मुहूर्त
अप्रैल :16, 17, 15, 20, 25, 26 सहित छह दिन।
मईः 4, 5, 6, 10, 11, 17, 18, 19 सहित आठ दिन।
जून : 25, 27, 28, 29, 30 सहित पांच दिन।
नवंबर : 25, 26, 30 सहित तीन दिन।
दिसंबर : 1, 2, 7, 8, 9, 11 सहित कुल छह दिन।

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