शिवपुरी। मेंहंगा खर्च और भागदौड़ बीते कल की बात हो गई जबसे शिवपुरी जैसे नगर में आंखों के रखवाले दो नामी गिरामी डॉक्टर मेडीकल कॉलेज में आ गए। एक समय दिल्ली के अस्पताल में मन चाही फीस लेते रहे नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी को जब लगा कि नामा नहीं नाम और जरूरतमंदों को अपने हुनर का लाभ दिया जाए तो वे अब शिवपुरी की शान हैं। कई जटिल ऑपरेशन कर के लोगों को जीवनदान दे चुके। मसलन आंख है तो जहांन वर्ना दुनिया वीरान। अब एक ओर कमाल की डॉक्टर ऋतु चतुर्वेदी की बात हो जाये। वे जितनी शालीन, खूबसूरत हैं उतनी ही पकड़ उनकी आंखों के इलाज पर भी है। जटिल और सिर्फ़ बड़े शहरों में ही होने वाले ऑपरेशन ऋतु शिवपुरी जिला अस्पताल में कर रही हैं। बीते कल ही कि बात है जब 70 साल की एक महिला जिन्हें दिखना बन्द हुआ तो परिजन लेकर आये। आंखों में काला पानी और मोतियाबिंद था। उन्होंने एक ही चीरे में महिला राम श्री गुर्जर की रोशनी लौटा दी है। अब दूसरी आंख का 15 दिन बाद ऑपरेशन होगा। वे अब तक कुछ और इसी तरह के ऑपरेशन कर चुकी हैं। डॉक्टर ऋतु कहती हैं कि 45 पार के बाद यह समस्या आती है। रूटीन जांच होनी चाहिये। अनदेखी की जाये तो नस सुख जाती है तब ऑपरेशन भी मददगार नहीं होता।

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