शिवपुरी। जीवन मरण की स्थिति बन जाये तो इंसान सब भूल जाता है। पल पल मौत की आहट, पड़ोस में मरते लोग, सोचिये तस्वीर क्या हो सकती है। उस पर भी जब जिला अस्पताल में मुझे कोरोना हुआ। ऑक्सीजन पर जिंदगी आ खड़ी हुई तब हर पल लगा कब सफर थम जाए। पड़ोस में मरीज आते, कोई बेहद दर्द से कराहता तो कोई जिंदगी की भगवान से दुआ मांगता। ऐसे में मेरी बेटियां भव्या और शुद्धि ने दिलेरी का परिचय दिया। मुझे वहां हो रही मौत के बारे में किसी तरह पता न लगे यह कोशिश करती रही। इस बीच चलते फिरते फरिश्ते यानी धरती के भगवान ने मेरे लिये जो किया वह कभी भुला न सकूंगा। सीएमएचओ डॉक्टर एएल शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संजय ऋषिवर, सिविल सर्जन डॉक्टर राजकुमार ऋषीश्वर आउटर से पल पल खबर लेते तो मेरे करीब नगर के ही ख्यातिनाम डॉक्टर पीड़ी गुप्ता की बिटिया डॉक्टर रुचि गुप्ता ने मेरी नियमित देखभाल की। हौंसला बढ़ाने से लेकर किस तरह जीवटता को संयोजित रखूं यह उन्होंने दवा के साथ मुझे समझाने का काम किया। नहीं भूल सकता कभी मेडिकल कॉलेज के डीन अक्षय निगम, डॉक्टर केवी वर्मा, डॉक्टर कीर्ति निगोतीया, डॉक्टर रोहित शुक्ला, डॉक्टर रीतेश यादव, डॉक्टर दिनेश राजपूत सहित कुछ अन्य धरती के भगवान ने मेरे जीवन रक्षक की भूमिका अदा की। दोस्तों इस बीच सबसे बड़ा हौंसला मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बढ़ाया जिन्होंने सीधे मुझ से बात कर के जिंदगी से लड़ने की ताकत दी। घर आया तो सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मेरे स्वास्थ्य की कामना की। इधर मंत्री सिंधिया के संवेदनशील सुपुत्र अक्षय भंसाली भी हर दिन मेरे साहस को बढ़ा रहे हैं। दोस्तों वक्त जल्दी बीत जाता है। अच्छाई सामने आए तो लोग दुर्दिन को बिसार देते हैं। जबकि ऐसा हरगिज़ नहीं करना चाहिये। मैँ जिले भर के हजारों उन लोगों की दुआओं से भी जिंदा हूँ जिन्होंने मेरे जीवन की दुआ की। मन्नत, अरदास, नमाज, पूजा का ही फल है कि आज आपका ये विपिन स्वास्थ्य लाभ की ओर अग्रसर है। आप सभी का आभार।
डॉक्टर रुचि, पिता और मां जल्द स्वस्थ हों
भगवान के समानांतर डॉक्टर पीड़ी गुप्ता, उनकी पत्नी, बेटी डॉक्टर रुचि कोरोना से संक्रमित हैं। लोगों की सुध लेने में अपनी सेहत की फिक्र न करना कहें या कोरोना का अटैक सभी संक्रमित हैं। वह भी तब जब परिवारजन दोनों वेक्सीन लगवा चुके। इसलिये डॉक्टर पीड़ी गुप्ता का कहना है कि वेक्सीन भी पर्याप्त नहीं इसलिये मास्क लगाकर रहिये, घर रहिये, सेनिटाइजर उपयोग कीजिये। जरा सा बुखार, खांसी, जुकाम हो तो तत्काल परीक्षन करवाएं। यह अपील डॉक्टर गुप्ता ने की है।
इनको भी दिल से सलाम
वैसे तो फेहरिस्त लंबी है। नाम का उल्लेख और किसी का नाम रह गया तो खुद को माफ नहीं कर सकूंगा लेकिन तब भी पर्दे के पीछे से मददगार कुछ मित्रों का धन्यवाद जिन्होंने हर स्तर की मदद मेरे परिवार की की है।

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