मानस भवन में 250 मरीज पहुंचते रोज, सेंपल ले रहे सिर्फ 50
- आपने कहा था कलक्टर की रैंकिंग तय करेगी पॉजीटिविटी
शिवपुरी। नगर के मानस भवन में लोगों के कोरोना सेम्पल नहीं लिए जा रहे। केवल 50 लोगों के सेम्पल हो रहे हैं। बाकी हर दिन आ रहे 250 लोगों को वापिस अलग बहानो से घर भेजा जा रहा है। यह हाल तब है जब रोज 250 तक पॉजिटिव निकल रहे हैं। जिले भर के सेम्पल की बात अलग लेकिन मानस भवन में सेम्पलिंग न होने पर सवाल उठ रहे हैं। विडंबना देखिये मानस भवन में सेम्पलिंग से पहले लोगों को जिला अस्पताल जाना पड़ता है। यहां घण्टों संक्रमण खतरे के बीच जब पर्चा बन जाता है तब मानस भवन में लाइन लगानी पड़ती है। यहां जब लोगों को अंदर लेते हैं तो सेंपल लेने की बजाय तरह तरह के बहाने कर लोगों को घर भेज देते हैं। सिर्फ 50 सेम्पल के बंधन के साथ यहां आ रहे लोगों के सेम्पल नहीं लिए जाते। मौके पर मौजूद रोटेरियन समाजसेवी जिनेश जैन को आज मरीजों ने बताया कि सेम्पल नहीं ले रहे। बल्कि किसी परिवार में 2 को संक्रमण है तो सिर्फ 1 का ही सेम्पल लेते हैं वह भी 50 के अंदर पहुंचे तब। बता दें कि यह हाल नियमित बना हुआ है। इधर इस गड़बड़ी को लेकर सीएम का पिछले दिनों दिया बयान कान खड़े कर रहा है जिसमें सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि महीने के आखिर में प्रदेश के कलक्टरों की रैंकिंग पॉजिटिविटी के आधार पर तय होगी। तो क्या माना जाए सीएम साहब की आपके फरमान पर सेम्पल ब्रेक कर कोरोना के रथ को बेवजह रोका जा रहा है? क्या इस तरह कोरोना पर काबू हो सकेगा या फिर दोहरी मार पड़ेगी। क्योंकि पर्चा बनवाने के बाद मानस भवन में घण्टों में लोगों का नम्बर आता है ऐसे में लोग संक्रमित न होने पर भी दूसरे संक्रमित की चपेट में आ सकते हैं। बता दें कि जिले के आला अधिकारियों की जानकारी का यह मामला बीते 3 दिन से सुर्खियो में है लेकिन हल न निकाला जाना सीएम के बयान की पुष्टि करता जान पड़ रहा है। सीएम शिवराज से नगर के लोगों ने अपील की है कि सेम्पलिंग कराकर जल्द इलाज कराकर कोरोना पोजिटिविटी पर काबू पाया जाना चाहिये।

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