शिवपुरी। वीर, संकट मोचक, मारुति नंदन, हनुमान, बजरंगबली और अनेक नाम से कलयुग के तारणहार हनुमान जी की जयंती 27 अप्रैल को है। डॉ विकासदीप शर्मा मंशापूर्ण ज्योतिष ने कहा कि हनुमान जयंती के पावन पर्व पर घर पर ही उनकी आराधना करें। हनुमान चालीसा, सुंदर कांड जो भी संभवः हो घर पर सदस्य दूर दूर कोरोना की गाइड लाइन के अनुसार पूजा करें। साथ ही कोरोना वायरस को नष्ट करने के लिए बजरंग बाण का पाठ हनुमान जी के समक्ष (मुर्ति या फोटो जो उपलब्ध हो) करें और दिया जलाकर छोड़ना दें। इसमे राम जी की शपथ हनुमान जी को देते है - इन्हें (कोरोना) मारु तोहि सपथ राम की, राखु नाथ मर्यादा नाम की। यानि कोरोना को मारो आपको राम जी की शपथ है, हे नाथ उनके नाम की मर्यादा रखना। पंडित शर्मा ने कहा कि वैसे बजरंग बाण का पाठ निषेध है, यह पाठ विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए ही किया जाता है, तभी आपने देखा होगा गीता प्रेस की हनुमान चालीसा पाठ में बजरंग बाण नहीं होता है क्युकी यह अचूक बाण है। इसे गीता प्रेस के हनुमान प्रसाद पोद्दार प्रमाणित कर चुके हैं।
इसके पाठ करने से हनुमान जी की ध्यान मुद्रा में खलल पड़ता है पर अभी सभी को इसकी आवश्यकता है, अत: यह बजरंग बाण जेहि मारे, ताहि कहो फ़िर कौन उबारे।
अत: कोरोना वायरस पर बजरंग बाण छोड़े व विश्व को कोरोना मुक्त बनाये। जय श्री मंशापूर्ण हनुमान जी की।

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