भोपाल। MP में अब लॉक डॉउन 15 मई तक लागू होगा लेकिन शनिवार, रविवार वीक एंड बन्द लागू रहते यह 17 तक रहेगा। आज सीएम शिवराज सिंह ने आज विजुअल कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। सीएम बोले, 'अब कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करना होगा। गांवों में संक्रमण नहीं रोका गया, तो स्थिति काबू से बाहर हो जाएगी। शादियों को अनुमति के सवाल पर शिवराज ने कहा, 'ऐसी शादी करने का क्या औचित्य है, जिसके कारण अपना और अपनों का जीवन संकट में पड़ जाए। अब गांवों में भी संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में जरा भी ढिलाई की, तो बड़े संकट में फंस जाएंगे। कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने का फैसला स्थानीय स्तर पर होगा। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप सभी की सहमति से निर्णय लेगा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों, कांग्रेस, बीजेपी के सदस्यों सहित समाजसेवियों को मिलकर कोरोना से लड़ने के लिए अपने-अपने इलाकों में व्यवस्थाएं करने को कहा।'
विधानसभा स्तर पर अब क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप
अब विधानसभा स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनेंगे। इन्हें क्षेत्र के विधायक लीड करेंगे। इसमें एसडीएम, राजनीतिक कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों को भी शामिल किया जाएगा। क्षेत्र में भीड़ वाले स्पॉट पर सख्ती की जाएगी।
गांव प्रभारी मंत्री-सांसद के हवाले
गांवों में संक्रमण रोकने के लिए प्रभारी मंत्री और सांसद जिम्मेदारी लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ, आरएएस, सभी राजनीतिक कार्यकर्ता, समाजसेवी, जन अभियान परिषद मिलकर ग्रामीण क्राइसिसम मैनजमेँट गुप बनाएंगे।
इलाज, सीटी स्कैन, एंबुलेंस फ्री गरीबों को
गरीबों के लिए कोरोना का इलाज मुफ्त रहेगा। सीटी स्कैन और एंबुलेंस की सुविधा भी मुफ्त मिलेगी। सीएम ने कहा कि भोपाल से मुख्यमंत्री गांव में कोरोना को नहीं रोक सकता। यह जिम्मेदारी पंचायतों को लेना होगी। उन्होंने कहा कि कई पंचायतों ने अपने स्तर पर जनता कर्फ्यू लगाकर कोरोना को बढ़ने से रोका है।
यह भी कहा सीएम ने
जिन गांवों में पॉजिटिव केस हों, वहां मनरेगा के काम 15 मई तक बंद होंगे। जहां पॉजिटिव केस नहीं है, वहां मनरेगा के काम जारी रह सकते हैं। दूसरों को सुरक्षित करना है, तो पॉजिटिव लोगों को बाकी लोगों से अलग ही रहना पड़ेगा। गांव की टीम ही देखे कि आइसोलेशन का पालन ठीक से हो। कोविड केयर सेंटर खाली पड़े हैं। घर में जगह नहीं है तो पंचायत भवन कोविड केयर सेंटर ले जाएं।

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