शिवपुरी। प्रतिवर्ष ग्रीष्म ऋतु में नौतपा प्रारंभ होता है इस बार नौतपा वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी 25 मई से प्रारंभ होकर 2 जून तक रहेगा। पं. लक्ष्मीकांत शर्मा मंशापूर्ण मंदिर के अनुसार सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही धरती का तापमान बढ़ने लगता है। सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश प्रातः 8:45 पर हो रहा है जो 2 जून तक रहेगा। नौतपा में अधिक गर्मी पढ़ना, अच्छी बारिश होने का संकेत माना जाता है। नौतपा में गर्मी का प्रकोप चरम पर पहुंच जाता है। साल में एक बार भगवान सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में 15 दिन के लिए आते हैं तो उन 15 दिनों के पहले 9 दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआत के 9 दिनों को नौतपा कहा जाता है। सूर्य जब चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करता है तो सूर्य की तपन कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है सूर्य की गर्मी और रोहिणी नक्षत्र के जल तत्व के कारण मानसून गर्भ में जाता है और नौतपा ही मानसून का गर्व काल कहा जाता है।
चतुर ग्रही योग में होगी नौतपा की शुरुआत
वृष राशि में सूर्य बुध शुक्र और राहु का चतुर ग्रही योग बन रहा है वही शनि देव 23 तारीख से वक्री चल रहे हैं जिससे नौतपा में गर्मी तो अपने चरम पर होगी ही साथ ही आंधी तूफान और बारिश का योग भी बनेगा

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