शिवपुरी। अमोला के राजगढ़ ग्राम में भीड़ भरे भंडारे को रोकने गई 2 थानों के पुलिस बल पर हमला कर फोर्स को घायल कर डाला। पुलिस भागकर बची। अमोला थाना प्रभारी राघवेंद्र यादव ने कहा सभी फोर्स घायल है पर 2 को गम्भीर चोट पहुंची। जिन्हें अस्पताल भर्ती कराया। पुलिस ने 5 नामजद 70 अन्य के विरुद्ध केस दर्ज किया। घटना 4 बजे सामने आई जब पुलिस पार्टी भागकर थाने पहुंची। 2 बजे राजगढ़ में भंडारे की सूचना पर दो थानों का बल मौके पर गया। कोरोना की जानकारी दी तो ग्रामीण महिलाओं ने घर रवानगी डाल दी। तभी मौके पर मौजूद लोगों ने यह कहकर जनता को भड़का दिया कि महंत पर पुलिस ने हमला कर दिया। यह सुनकर ग्रामीण भड़क गए जमकर पथराव हुआ। वाहनों के कांच फोड़ डाले। भागकर बचना पड़ा। मौके पर पड़े पथर घटना की गहराई बयान कर रहे हैं।
शर्मनाक, हम कब सुधरेंगे
कोरोना से उठती लाशें और हमे समझाती पुलिस। किसी की जान बचाने की परवाह कोई नहीं करता। हाथ जोड़ लिये, समझाइश दे दी फिर भी हालत राजगढ़ की तरह सामने आ रही है। लोग समझने को तैयार नहीं। नगर के लोगों के लिये इलाज के इंतजाम कम हैं। सोचिये ग्रामीणों के बीच कोरोना पहुंचा तो क्या करेगा।
पुलिस तंत्र ढीला अमोला का
भले ही कुछ कहिये लेकिन अमोला पुलिस का मुखबिर तंत्र ढीला निकला। इतने बड़े अयोजन को होने से पहले आयोजक को टेट बेग देकर रोकना चाहिए था। आखिर कैसे इतना बड़ा आयोजन हो गया जिसमें बकौल पुलिस हजारों लोग जुटे और पुलिस अमोला, अमोलपठा तब जागी जब आयोजन हो गया।
कठोर कार्रवाई की दरकार
ग्रामीनो के बीच कुछ समझदार ग्रामीण बोले आयोजकों का अब ढंग से ट्रीटमेंट होना चाहिये। जिससे दूर तक संदेश जाए कि इस तरह आयोजन किया तो आयोडेक्स की जरूरत पड़ती है।

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