शिवपुरी। पंडित विकासदीप कहते हैं कि मुझे यह सरल उपाय मिल गए। इसका उपयोग मैनें अभी कुछ लोगो पर कराए है जिसमें आठ व्यक्तियों पर निराशाजनक परिणाम आए। अन्य सभी चिकित्सीय सहायता से इस रोग पर विजय प्राप्त करके आ गए।
इस मंत्र का प्रयोग जो भी करें उसके लिए प्रथम आवश्यकता उसकी शुद्धता-पवित्रता-विश्वास है। इस के साथ पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर अपना मुंह करके 108 बार जप करें। यदि रोगग्रस्त व्यक्ति नहीं कर पाया तो उसके लिए उसके परिजन-मित्र भी उसका पूरा नाम व गोत्र सरनेम बोलकर उसके लिए कर दें। यदि रोग की स्थिति गंभीर हो तो जप करके रोगी के उपर अथवा उसके चित्र पर तीन बार फूंक मार दें।
सामान्य व्यक्ति यदि इस मंत्र को प्रतिदिन 27 बार करें तो वह भी इस महामारी की चपेट से सुरक्षित रहेगा ।
मंत्र –
जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
डॉ विकासदीप शर्मा
श्री मंशापूर्ण ज्योतिष
9425137382
9993462153

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें