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सर्दियों के मौसम में 'साइबेरिया' से आते 'स्पूनबिल'

सोमवार, 24 मई 2021

/ by Vipin Shukla Mama
चंबल सेंचुरी में विदेशी परिंदों का रहता है डेरा
मुरैना। (यदुनाथ सिंह तोमर फ़ोटो जर्नलिस्ट की रिपोर्ट) सर्दियों के मौसम में कई विदेशी पक्षी चंबल अभ्यारण में देखे जा सकते हैं जिनमें से स्पू्नबिल पक्षी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है इसका कारण है, देखने में यह दूर से बगुले जैसा दिखता है मगर इसकी बनावट बगुले से थोड़ी भिन्न होती है इसकी चोंच चीमटे जैसी लंबी चम्मच जैसी पतली चपटी होती है एवं टांग पतली काले रंग की होती हैं जो दूर से देखने में समझ में आ जाता है कि यह पक्षी स्पू्नबिल ही  है।  हालांकि, सर्दी के खत्म होने के बाद यह पक्षी अपने-अपने घरों को लौट जाते हैं.
स्थानीय लोग इसे विदेशी पक्षी बताते है कि साइबेरियन पक्षियों के आने से यहां चहचहाहट भी काफी बढ़ जाती है.
साइबेरिया में पाए जाने वाले स्पून बिल अंधेरे में शिकार करने में माहिर होते हैं. चंबल सेंक्चुअरी में यह काफी संख्या में देखने को मिल  जाते हैं. खासकर साइबेरियन स्पून बिल चंबल के पुराने पुल के बाय एवं रेलवे ब्रिज के आसपास भी देखे जाते हैं एवं पक्षी विशेषज्ञ जानकारों का मानना है कि यह चंबल नदी में इन स्थानों पर भी बहुत तादाद में देखे जाते हैं वह स्थान  ऐसा के पास बाबू सिंह की घैर, बाह के नंदगांव, क्यौरी, बासौनी और हरलाल पुरा में अधिक दिखाई दे जाते हैं. इन जगहों पर यह पक्षी समूहों में नजर आते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इनकी संख्या पिछले पांच सालों में और अधिक हो गई है.
साइबेरिया स्पून बिल के बारे में बात करते हुए जलीय-जीव जंतु के बारे में मोटर बोर्ड मैन सतीश शर्मा ने बताया कि चंबल का शांत वातावरण, स्वच्छ जल और पर्याप्त भोजन मिलने के कारण स्पून बिल यहां बड़ी मात्रा में नजर आजाते हैं. नदी में मिलने वाली मछली और जलीय कीड़े ही इनका भोजन होते हैं, जो यहां इन्हें आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. स्पून बिल की खासियत यानी चम्मच की तरह पतली चोंच, काली लंबी टांग और इनका सफेद रंग ही पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित लगता है. यह अंधेरे में भी चंबल नदी में अपना शिकार आसानी से खोज लेते हैं.
राजस्थान के मुकाबले मध्य प्रदेश में मोटर बोट का किराया सस्ता है
राजस्थान की अपेक्षा पर्यटक मध्य प्रदेश सीमा में आकर मोटर बोट के माध्यम से जलीय जीवो को देखने की इच्छा लेकर आते हैं क्योंकि मध्यप्रदेश में राजस्थान के मुकाबले मोटर बोट के चार्ज काफी कम है इसलिए उनकी जेब पर अधिक भार नहीं पड़ता सपरिवार छुट्टियों का आनंद लेने के लिए सर्दियों के मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक चंबल अभ्यारण का भ्रमण कर आनंदित होते हैं।

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