शिवपुरी। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज ने कुछ देर पहले दम तोड़ दिया। उनके साथ मौजूद बेटी फूट फूट कर रो उठी। गुस्से में कहा कि जिला अस्पताल को जूनियर डॉक्टर हवाले छोड दिया है। सीनियर डॉक्टर दिनेश राजपूत जैसे डॉक्टर मरीज को देखने तक नहीं आते। ये अपने क्लिनिक चला रहे हैं। डॉक्टरों की लापरवाही ने उसके पिता की जान ले ली। युवती के पिता की मौत से वह जबरदस्त फट पड़ी। पिता की मौत का जिम्मेदार डॉक्टरों को बताया मौके पर पुलिस को जाना पड़ा। हालात बेहद खराब

सच्चाई तो बिल्कुल आईने की तरह साफ है कि मरीज़ों को जूनियर के भरोसे छोड़ रखा है और समूचे शहर के कोविड मरीजों को सिर्फ जूनियर और होम्यो और आयुष वाले डॉक्टर ही संभाल रहे है और सीनियर पूरी ताकत से कमाई करने में जुटे हुए है ,
जवाब देंहटाएंलेकिन जिम्मेदारों को सबकुछ दिखाई देने के बाद भी ना तो कोई आवाज़ उठा रहा है और ना ही कोई कार्यवाही करने को आगे आ रहा है और जनता तिल तिल करके मर रही है
सच्चाई तो बिल्कुल आईने की तरह साफ है कि मरीज़ों को जूनियर के भरोसे छोड़ रखा है और समूचे शहर के कोविड मरीजों को सिर्फ जूनियर और होम्यो और आयुष वाले डॉक्टर ही संभाल रहे है और सीनियर पूरी ताकत से कमाई करने में जुटे हुए है ,
जवाब देंहटाएंलेकिन जिम्मेदारों को सबकुछ दिखाई देने के बाद भी ना तो कोई आवाज़ उठा रहा है और ना ही कोई कार्यवाही करने को आगे आ रहा है और जनता तिल तिल करके मर रही है