(फ़ोटो: यदुनाथ सिंह तोमर)
मुरैना। देश में चल रही कोरोना महामारी के चलते मानवों द्वारा भंडारा प्रसादी के आयोजन अमूमन बंद ही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए वानर सेना ने यह सोचा कि इस पृथ्वी पर मानव तो अब अपने घरों से बाहर निकल नहीं रहे तो क्यों ना भंडारा बनाने की व्यवस्था स्वयं कर ली जाए इसलिए बंदरों के मुखीया ने बंदरों की पंचायत में यह निर्णय लिया की बढ़िया घौंटा आलू की सब्जी खीर एवं मालपुआ तैयार कर भोजन प्रसादी का आनंद लिया जाए मगर उससे पहले बाल भोग में केले का प्रसाद खाते हुए बंदर।

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