विश्व नशा मुक्ति दिवस 2021 के तहत जागरुकता सह स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन ग्राम चिटोरीखुर्द हुआ
नशा करता है खराब, मिलकर करो इसका बहिष्कार: डाक्टर पवन जैन सीएमएचओ
शिवपुरी। बेशक प्रतिवर्ष 26 जून 2021 को पूरी दुनिया में अंतराष्टरीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है एवं संकल्प लिया जाता है है कि नशे को अब न कहेगें डा0 पवन जैन सीएमएचओ ने अपने मुख्य आतिथ्य में कहा कि नशे के सेवन को रोकने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। नशा एक धीमा जहर है। नशा करता है खराब, मिलकर करना होगा इसका बहिष्कार तभी हम नशे को रोक सकते है उन्होने युवा पीढ़ी की किशोरियों से अपील की कि वह नशे के लिए ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए आगे आए। कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि शक्तिशाली महिला संगठन के द्वारा आदिवासी बाहुल्य ग्राम चिटोरीखुर्द मे बढ़ती नशे की लत को रोकने के लिए जागरुकता सह स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जिसमें कि डा. पवन जैन मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में डा0 एन0एस चैहान जिला स्वास्थ्य अधिकारी , विशिष्ट अतिथि जिला टीकाकरण अधिकारी डा0 संजय ऋषिश्वर , विशिष्ट अतिथि मनो चिकित्सक डा0 अर्पित बंसल जिला चिकित्सालय, विशिष्ट अतिथि थाना प्रभारी सतनवाड़ा अरविन्द छारी , विशिष्टि अतिथि केशव गोयल परियोजना अधिकारी उपस्थित थे । डा0 एन0एस0चैहान ने कहा कि नशे के दुष्परिणामों के बारे में विशेषज्ञों द्वारा आप लोगों को सलाह दी जाती है। एक दिन ऐसे दिवस मनाने से कुछ नहीं होगा। लोगो की एकजुटता से ही नशे को रोका जा सकता है। मेरे वाहन चालक बहुत तंबाकू खाता था और मना करने के बाद भी नही माना और अन्त में कैंसर से मेरे वाहन चाहक की मौत हो गई खासतौर से ग्रामीण आादिवासी महिलाओं को वीड़ी पीना छोड़ देना चाहिए जिससे कि आप कैंसर से बच सके। डा. संजय ऋषिश्वर ने कहा कि आज बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक नशें के गुलाम बन चुके हैं। नशा आज स्टेटस सिबंल बन चुका है। कैसी विडंबना है कि मानव को नशें से होने वाली बीमारियों का पता है फिर भी खुद ही मौत को दावत दी जाती है। पुरुष तो नशा करते ही हैं मगर आज महिलाए भी नशें की गिरफत में आ चुकी हैं। दर्जनों प्रकार के नशों को करती हैं। युवा पीढी़ नशें की गुलाम हो चुकी है। इस प्रथा को बदलना होगा आपको आगे आना होगा। कार्यक्रम में डा0 अर्पित बसंल ने कहा कि महिलाओं को नशे की वजह से सवसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है आज हमारे गांव के युवा नशे की अंधी गलियों में भटक चुके हैं। युवाओं को बाहर निकालना हरेक का नैतिक कर्तव्य है। दुनिया में हर साल लाखों युवा नशे के कारण असमय ही मौत के आगोश में समाते जा रहे हैं। नशा निषेध दिवस पर एक संकल्प लेना होगा। और अपनी जांच करानी होगी आप अगर ठान लें तो हम आपकी मदद को तैयार है आप जिला चिकित्सालय के मन कक्ष में मुझसे कभी भी आकर परामर्श ले सकते है। कार्यक्रम में थाना प्रभारी सतनवाड़ा अरविन्द छारी ने आदिवासी महिलाओं को चिटोरा क्षेत्र के वीट प्रभारी कुश्वाह का मोबाईल नम्बर सबको नोट कराया उन्होने कहा कि अगर आप नशा छोड़ते है तो अपराध भी कम हो सकते है इसीलिए नशे को न कहे कोई भी अगर शराब बनाता है आपके गांव में तो आप हमको फोन करें हम तुरन्त कार्यवाही करेंगें। परियोजना अधिकारी केशव गोयल ने कहा कि नशें के कारण आज कई घरों के चिराग बूझ गए तो कुछ जेलों में चक्की पीस रहें है। जेलों में सड़ रहे हैं। आज मां.बाप दुखी हैं कि उनके चिराग नशें की गिरफत में आते जा रहे हैं। आज नशे के सौदागर युवाओं के भविष्य खराब करते जा रहे हैं। अगर युवा ही नशे का प्रयोग करेगा तो आने वाला कल अंधकारमय ही होगा। युवा के कंधों पर देश टिका है मगर यह कंधे थक चुके हैं। नसों में नशा भर चुका है। इसीलिए आज नशा मुक्ति समूह आपके गांव में बनाया गया हैं जिसमे सुपोषण सखी , किशोरी सोनम शर्मा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता शर्मा गांव में नशा मुक्ति अभियान चलाएगी एंव नशा मुक्ति दिवस पर संकल्प कराया कि हम सब नशे का विरोध करेगें और अन्य लोगों को जागरुक करने का प्रयास करेंगें एवं चिटोरीखुर्द गांव को नशा मुक्त करके रहेगें। कार्यक्रम में नशे की लत से जूझ रहे 20 मरीजो की जांच डा0 अर्पित बंसल ने की एंव उनको आवश्यक दवाईयां निशुल्क उपलब्ध करायी । कार्यक्रम में नशे को छोड़ चुके दो आदिवासी परिवारो को उपहार देकर सम्मनित किया कार्यक्रम में न्युट्रीशन चैम्पियन सोनम शर्मा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता, सहायिका, सतनवाड़ा थाना का पूरा फोर्स ,शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम, सुपोषण सखी इग्लिश आदिवासी, भूरी आदिवासी के साथ नशे से जूझ रहे समुदाय की महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की।

NASA mukti Ke liay govt of India and m p govt Bihar Ke Tarah Saran,affem,bhang,gagha etc per tatkal rok lagaygay otherwise ghadiyali ASU bahana thik Nahi hay
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