शिवपुरी। सुधि पाठकों हमने बच्चों के भविष्य को लेकर 'बच्चों की 'शिक्षा' कितनी 'जरूरी', श्रृंखला शुरू की है। आज उसकी दूसरी किश्त आपकी आँखों के सामने है। पहली कड़ी का जबरदस्त प्रतिसाद मिला। पाठकों ने एक जिमेदार पालक का फर्ज समझते हुए इस विषय पर अपने सुझाव हमसे साझा किये। हम उत्साह के साथ इस विषय पर आगे बढ़ रहे हैं। इस बार हमने विषय लिया है, "बच्चो के व्यवहार में परिवर्तन"
हमने अपनी इस श्रंखला के प्रथम भाग में चर्चा की थी कि किस तरह कोविड के कारण बच्चे अपने घरो में कैद हो गये और उन्हें अपनी पढाई भी आनलाईन मोड में करनी पडी, जो कि उसके लिये एक नया अनुभव था और हमारे लिये भी। परन्तु यह नया अनुभव अपने साथ कई सारे नकारात्मक प्रभाव लेकर लाया जिससे बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। बच्चे खुश है कि उन्हें स्कूल के लिये सुबह - सुबह मम्मी पापा नही जगा रहे हैं, बल्कि और अधिक सोने पर डांटते नही हैं। घर के बाहर निकलने से रोकने के लिये घरों में बच्चों के हाथ में मोबाइल दे दिये गयें हैं। बच्चों का अधिकांश समय मोबाइल व टी.वी. के सामने व्यतीत हो रहा है। बच्चों में आनलाईन गेम्स खेलने की व यु-टयुब, व्हाटसअप, ईस्टाग्राम आदि पर अधिक से अधिक रहने की प्रवृति बढती जा रही हैै और इन सब में ही बच्चों को आनंद आने लगा है। घर पर होमवर्क करने में आलस दिखाने लगे हैं। आनलाईन क्लास के समय चोरी छुपे गेम्स खेलना, इन्टरनेट की समस्या बताकर क्लास को बीच में छोड़ देना, आदि बहाने बनाने लगे हैं। जिसका प्रभाव ये हो रहा है कि बच्चों में अनुशासन खत्म हो रहा है। उनकी मनमानी बढ रही है। मना करने पर चिढ-चिढे हो रहे हैं। आखें कमजोर होना आम बात हो गई है लेकिन दिनचर्या असंतुलित होने पर शरीरिक विकास भी अवरुद्ध हो रहा है। तो आप समझ गए न कि यही समय हैै सोचने का हमारे बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देने का, क्योंकि पिछला साल यू ही चला गया और इस साल भी स्कूल कब खुलेंगे तय नहीं है। एैसे में हमें अपने काम व्यापार, नौकरी से समय निकालकर बच्चों की शिक्षा पर फोकस करना होगा। हम इस श्रृंखला के अगले भाग में बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन कैसे लाये, इस पर प्रकाश डालेगें। हमारी इस श्रृंखला के प्रथम अध्याय के बाद आपकी सकारात्मक प्रतिकियाओं ने हमें और बेहतर करने के लिये प्रोत्साहित किया है। आपके कमेंन्टस और सुझाव आप हमारे मोबाइल नं. 9826054575 पर वहाटसअप करें या मेल आई.डी. radsvp@rediffmail. com पर भेज सकते हैं।
चाइल्ड काउसिंलिग बोर्ड का गठन
जैसा कि हमने आपसे प्रथम सीरीज में वादा किया था कि हम एक बोर्ड का गठन कर रहे हैं जिसमें हमारे जिले के प्रसिद्ध शिक्षविदों को शामिल किया गया है। जिनसे आप अपने बच्चों की फ्री काउसिंलिग करा सकते हैं। तो कृपया इस सुविधा का लाभ भी लीजिये।
बोर्ड के सदस्य हैं-
1. अंगद सिंह तोमर बीआरसी शिवपुरी मोबाइल 8085603045
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2. डाॅ. खुशी खांन
संचालक, दून पब्लिक स्कूल शिवपुरी मोबाइल
9893313311
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3. शिवा पाराशर, शिक्षाविद 9179762163
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4. शुद्धि शुक्ला, बीएड, शिक्षाविद 8839914259

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