शिवपुरी। जिले की इंदरगढ़ (चुलरखेड़ा) ग्राम पंचायत में एक छोटी नदी पर पंचायत ने आनन-फानन में बिना प्लानिंग के चेक डैम बना दिया। जिससे पहली बारिश में गांव से खेतों तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर जलभराव की स्थिति हो गई है। स्थिति है कि लोगों को घुटनों तक पानी में होकर बुवाई के लिए जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों के हित को देखते हुए चेक डैम से पानी निकासी की तत्काल व्यवस्था करनी पड़ेगी अन्यथा ज्यादा बारिश होने पर खेतों में भी फसल डूबेगी और किसानों का खेतों तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
चेक डैम को तोड़कर पानी निकाला तो फिर डैम का भुगतान अटक जाएगा
खास बात यह है कि यह मामला जिले के आला अधिकारियों तक पहुंच गया है। साथ ही आपदा प्रबंधन टीम के संज्ञान में भी है, लेकिन अभी तक ग्रामीणों के लिए रास्ता खाली नहीं किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत फिलहाल चेक डैम से पानी निकालने को राजी नहीं है, क्योंकि पंचायत को इस बात की चिंता है कि यदि चेक डैम को तोड़कर पानी निकाला तो फिर डैम का भुगतान अटक जाएगा। ग्राम पंचायत ने संबंधित विभाग के इंजीनियर को यह बात बताई तो इंजीनियर का कहना था कि यदि डैम को तोड़कर पानी निकाला तो फिर पूरा पैसा अटक जाएगा। इसलिए बिल पास होने तक डैम से पानी नहीं निकाला जाएगा। इधर ग्रामीण अगले कुछ दिनों में इकट्ठे होकर कलेक्टर से गुहार लगाने के लिए जिला मुख्यालय आने की तैयारी में है। ग्राम पंचायत पिछले 1 हफ्ते से ग्रामीणों को दिलासा दिला रही है कि एक-दो दिन में चेक डैम को तोड़कर पानी निकाल देंगे। ग्रामीणों को इस बात का डर है कि अभी एक ही बार इसमें यह हाल है तो फिर जब जोरदार बारिश होगी तब फसलें भी डूबेगी खेतों तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा और मवेशी है जानवर भी जंगल चरने के लिए नहीं निकल पाएंगे।
सीएम हेल्पलाइन से भी नहीं मिली मदद
गांव के पास जलभराव की स्थिति होने एवं मुख्य रास्ता बंद होने की ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर शिकायत की थी। लेकिन 181 से भी ग्रामीणों को कोई मदद नहीं मिली। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से ग्रामीणों से कहा गया कि डायल 100 पर सूचना देकर पुलिस को बुलाओ। डायल 100 पर सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मामला जिला डिजास्टर मैनेजमेंट का है इसलिए पुलिस ज्यादा इस मामले में कुछ कर नहीं सकी।

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